Saturn And Jupiter 2024: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु, राहु और गुरु के राशि परिवर्तन का सबसे अधिक प्रभाव 12 राशियों के जीवन पर पड़ता है। बता दें कि इस समय राहु मीन राशि में विराजमान है। वहीं देवगुरु की बात करें, तो वह मेष में और शनि कुंभ राशि में है। इसके साथ ही जब देवगुरु और शनि कुंडली के जिस भाव को संयुक्त रूप से प्रभावित करते हैं, तो वह भाव जागृत हो जाता है। बता दें कि 6 अप्रैल तक शनि राहु के नक्षत्र शतभिषा और इसके बाद देवगुरु के पूर्वाभाद्र नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे।। इसके साथ ही देवगुरु बृहस्पति अपने मित्र ग्रह सूर्य, चंद्रमा और मंगल के नक्षत्र कृत्तिका, रोहिणी और मृगशीर्षा में जाएंगे। ऐसे में शनि और गुरु दोहरे फल देने को तैयार है। आइए जानते हैं शनि और गुरु किन राशियों की चमका सकते हैं किस्मत…
राहु इन राशियों के जीवन में मचाएंगे हाहाकार, होगी हानि ही हानि
मिथुन राशि (Mithun Zodiac)
इस राशि में शनि भाग्य, राहु कर्म और देवगुरु बृहस्पति लाभ के भाव में है। ऐसे में आपका ग्यारहवां भाव जागृत होगा। इस राशि के जातकों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे। धन-धान्य की बढ़ोतरी होगी। शासन-सत्ता में राजनीति में उच्च अधिकारी से अच्छे रिश्ते बनेंगे। इससे आपको लाभ मिलेगा। नौकरीपेशा लोगों को वरिष्ठ लोगों का सहयोग मिलेगा, जिससे लाभ मिलने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही देवगुरु की पंचम दृष्टि तीसरे भाव और शनि की सप्तम दृष्टि तीसरे भाव में होगी, जिससे यह भाव भी जागृत होगा। इससे आपका निर्णय लेने की क्षमता बढ़ेगी। आत्मविश्वास की वृद्धि होगी। नया काम शुरू करना लाभकारी सिद्ध होगा। इसमें सफलता के साथ अपार धन लाभ होगा। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा।
सिंह राशि (Leo Zodiac)
देवगुरु बृहस्पति और शनि की दृष्टि नवम भाव यानी भाग्य भाव में पड़ रही है। ऐसे में नौवां भाग जागृत होगा। इसके बाद गुरु सितंबर में राशि परिवर्तन करके दशम भाव में प्रवेश करेंगे। ऐसे में भाग्य का साथ मिलने पर बिगड़े हुए काम पूरे होंगे। आपेक परिश्रम का फल आपको मिलेगा। आपके पिता को भी हर तरह की समस्याओं से राहत मिलेगी। इसके साथ ही उन छात्रों को लाभ मिलेगा, जो उच्च शिक्षा के लिए विदेश जाने का सपना देख रहे हैं। इसके साथ ही चिंता, भय,डर से छुटकारा मिल सकता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। नौकरी की बात करें, तो मनचाही जगह पर आपको पोस्टिंग मिल सकती है। इसके साथ ही अध्यात्म की ओर रुचि बढ़ेगी। इससे धार्मिक कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे। लेकिन माता-पिता, गुरु का सम्मान करना बिल्कुल भी न भूलें। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, गुरु की पंचम और शनि की सप्तम दृष्टि लग्न भाव को जागृत करेगी, जिससे आपके जीवन में सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। मन शांत होगा। इसके साथ ही निर्णय लेने की शक्ति बढ़ेगी। जल्दबाजी के लिए गए गलत फैसलों को सुधारने का मौका मिलेगा।
धनु राशि (Dhanu Zodiac)
धनु राशि की बात करें, तो देवगुरु का गोचर पंचम भाव में है। 30 अप्रैल तक रहेंगे। इसके बाद छठे भाव में रहेंगे। इसके साथ ही शनि का तीसरे भाव में है। इसके साथ ही शनि और गुरु की तीसरी दृष्टि पांचवें भाव में पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों को लाभ मिलने वाला है। पंचम भाव के जागृत होने से संतान की ओर से कोई शुभ समाचार मिल सकता है। इसके साथ ही छात्रों का मन पढ़ाई में लगेगा। इसके साथ ही 30 अप्रैल के बाद देवगुरु के छठे भाव में जाने से नौकरी मिलने के आसार है। शेयर मार्केट में भी धन लाभ मिल सकता है। लव लाइफ अच्छी रहने वाली है। पार्टनर के साथ विवाह के योग्य भी बन रहे हैं। स्वास्थ्य भी अच्छा रहने वाला है। गुरु की पंचम दृष्टि और शनि की सप्तम दृष्टि भाग्य भाव में पड़ रही है। ऐसे में इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा।
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