Gajkesari Yog: देवताओं के गुरु बृहस्पति करीब 1 साल बाद राशि परिवर्तन करते हैं। शनि के बाद गुरु बृहस्पति को धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है। इसलिए गुरु के राशि परिवर्तन करने का असर हर राशि के जातकों के जीवन में सकारात्मक प्रभाव डालेगा। बता दें कि इस समय गुरु बृहस्पति वृषभ राशि में विराजमान है। ऐसे में हर राशि के जातकों को लाभ मिलेगा। इसके साथ ही किसी न किसी ग्रह के साथ गुरु की युति होने से शुभ और अशुभ योगों का निर्माण होता है। ऐसे ही चंद्रमा हर ढाई दिन में राशि परिवर्तन करते रहते हैं। ऐसे में एक राशि में माह में तीन से चार बार गोचर करते हैं। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वृषभ राशि में चंद्रमा 4 जून को प्रवेश कर गए हैं। ऐसे में चंद्रमा और गुरु की युति से गजकेसरी राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस राजयोग के बनने से कई राशि के जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं वृषभ राशि में गजकेसरी योग बनने से किन राशियों को मिलेगा बंपर लाभ…

बता दें कि चंद्रमा 4 जून को सुबह 4 से 14 मिनट पर वृषभ राशि में प्रवेश कर गए हैं और 7 जून को 7 बजकर 56 मिनट तक रहेंगे। ऐसे में गजकेसरी राजयोग भी इस अवधि में बना रहेगा। जून में पड़ने वाला ये राजयोग काफी शुभ माना जाता है। दरअसल, गुरु ग्रह तब ज्यादा प्रभावी होता है जब गुरु किसी पापी ग्रह के साथ अन्य किसी भी पापी ग्रह की दृष्टि न पड़ रही है। तब गजकेसरी योग का असर हर राशि पर शुभ पड़ता है। बता दें कि अभी तक गुरु में शनि की तीसरी दृष्टि होने के साथ केतु के साथ षडाष्टक योग बना रहे थे। इसके साथ ही गुरु बृहस्पति अस्त अवस्था में थे। लेकिन अब सब चीजों से गुरु मुक्त हो गए है। जिसके कारण इस राजयोग के बनने से 12 राशियों को बंपर लाभ मिल सकता है। इस राजयोग के बनने से जातकों को वाहन, प्रापर्टी, विवाह के रिश्ता, विदेश जाना, व्यापार शुरू करना, यात्रा शुरू करना, सरकारी प्रोजेक्ट आदि के काम में में खूब सफलता हासिल हो सकती है।

मेष राशि (Mesh Zodiac)

इस राशि में देवगुरु दूसरे भाव यानी धन के भाव में है। इस भाव में चंद्रमा की युति होगी। ऐसे में गजकेसरी योग बनने से इस राशि के जातकों को विशेष लाभ मिलेगा। लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे। आर्थिक स्थिति काफी अच्छी जाने वाली है। आपका मन ज्यादा से ज्यादा धन संचय की ओर होगा। ऐसे में आप भविष्य के लिए धन बचाने में कामयाब होंगे। डूबा हुआ पैसा आपके प्रयास से वापस मिल सकता है। मन शांत रहेगा। इसके साथ ही बेवजह खर्चों को कम कर सकते हैं। आय के ने स्त्रोत खुलेंगे। परिवार, रिश्तेदारों के बीच चला आ रहा तनाव अब कम हो सकता है। गुरु की कृपा से आपके परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। धर्म-अध्यात्म के प्रति आपकी रुचि बढ़ेगी। ससुराल पक्ष से आपके संबंध अच्छे होंगे। इसके साथ ही आकस्मिक धन लाभ हो सकता है।

तुला राशि (Tula Zodiac)

राशि में परिवर्तन करके अष्टम भाव में गुरु और चंद्रमा की युति होगी। ऐसे में चंद्रमा और गुरु की युति से इस राशि के जातकों को खूब लाभ मिलने वाला है। लंबे समय से रुके काम पूरे होंगे। देवगुरु आपके ऊपर आने वाली हर बला, मुसीबत, चुनौती से आपको बचाएंगे। इसके साथ ही लंबे समय चली आ रही समस्याओं से छुटकारा मिलेगा। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। पैतृक संपत्ति संबंधी विवाद सुलक्ष सकता है। इसके साथ ही कोई प्रॉपर्टी भी मिल सकती है। स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से निजात मिलेगा। इसके साथ ही करियर के क्षेत्र की बात करें, तो उसको लेकर गहराई से कोई निर्णय ले सकते हैं। व्यापार में भी खूब लाभ मिलने के आसार नजर आ रहे हैं।

कन्या राशि (Kanya Zodiac)

इस राशि में चंद्रमा नवम भाव यानी भाग्य के भाव में होंगे। ऐसे में इस राशि में गुरुदेव के होने से इस राशि के जातकों को भाग्य का पूरा साथ मिलेगा। गजकेसरी राजयोग बनने से आपके लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। इस राशि के जातकों के लिए ये राजयोग लकी साबित होगा। नए कार्य, व्यापार के लिए ये अत्यंत शुभ मुहूर्त है। अटके हुए काम एक बार फिर से शुरू होंगे। गुरु और पिता का सहयोग के साथ आशीर्वाद मिलेगा, जिससे आप हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी। व्यापार में भी खूब लाभ मिलने वाला है। उन्नति के साथ धन लाभ होगा। भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। विवाह का प्रबल योग बनेगा। इसके साथ ही विवाह के बाद आपका भाग्योदय होगा। वाहन, संपत्ति, घर की प्राप्ति विवाह के बाद होगी। बेकार के कामों से मुक्ति मिलेगी।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।