Chandra Grahan & Surya Grahan in 2025: सनातन धर्म में ग्रहण को हमेशा से अशुभ समय माना गया है। ग्रहण के दौरान कोई भी शुभ कार्य और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं। इस अवधि में मंदिरों के दरवाजे तक बंद हो जाते हैं, साथ ही खाने-पीने पर भी पाबंदी लग जाती है। माना जाता है कि ग्रहण के दौरान देवी-देवताओं के मंत्रों का जाप करना चाहिए। ऐसा करने से ग्रहण के बुरे असर कम हो जाते हैं और मानसिक शांति मिलती है। फिलहाल 2025 चल रहा है और ग्रहण के लिहाज से बात करें तो इस साल कुल 4 ग्रहण लगने वाले हैं। ऐसे में आइए जानते हैं 2025 में कब-कब सूर्य ग्रहण और चंद्र ग्रहण लगेगा, साथ ही जानिए भारत में दोनों ग्रहण दिखेंगे या नहीं।
साल 2025 में लगने वाले सूर्य ग्रहण और चंद्रग्रहण की तिथि
साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण
ज्योतिष के अनुसार, साल 2025 का पहला सूर्य ग्रहण 29 मार्च दिन शनिवार को लगेगा। यह चैत्र शुक्ल पक्ष की अमावस्या के दिन होगा। भारतीय समय के हिसाब से यह ग्रहण दोपहर 2 बजकर 20 मिनट से शुरू होकर शाम 6 बजकर 13 मिनट तक चलेगा। हालांकि यह एक आंशिक सूर्यग्रहण होगा, जो भारत में दिखाई नहीं देगा। इस ग्रहण को उत्तरी अमेरिका, ग्रीनलैंड, आईस लैंड, उत्तरी अटलांटिक महासागर, पूरे यूरोप और उत्तर-पश्चिमी रूस में देखा जाएगा।
साल 2025 का दूसरा और आखिरी सूर्य ग्रहण
ज्योतिष के अनुसार, साल 2025 का दूसरा सूर्य ग्रहण 21 सितंबर दिन रविवार को अश्विन कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि पर लगेगा। यह ग्रहण रात 11 बजे शुरू होगा और देर रात 3 बजकर 24 मिनट तक रहेगा। यह ग्रहण भी भारत में दिखाई नहीं देगा। साल का दूसरा और आखिरी ग्रहण न्यूजीलैंड, पूर्वी मेलानेशिया, दक्षिणी पोलिनेशिया व पश्चिमी अंटार्कटिका में दिखाई देगा।
साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण
ज्योतिष के अनुसार, साल 2025 का पहला चंद्र ग्रहण 14 मार्च दिन शुक्रवार को फाल्गुन शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन लगने वाला है। यह ग्रहण सुबह 10 बजकर 39 मिनट पर शुरू होगा और दोपहर 2 बजकर 18 मिनट पर खत्म होगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और भारत में नजर नहीं आएगा।
साल 2025 का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण
ज्योतिष के अनुसार, साल का दूसरा और आखिरी चंद्र ग्रहण 7 सितंबर 2025 दिन रविवार को भाद्रपद शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा के दिन लगेगा। यह ग्रहण रात 9 बजकर 57 मिनट से शुरू होकर रात 12 बजकर 23 मिनट तक चलेगा। यह पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा और भारत में इसे देखा जा सकेगा।
सूतक काल का समय
आपको बता दें कि ग्रहण के समय से पहले सूतक काल शुरू हो जाता है। ज्योतिष के अनुसार, सूतक काल सूर्य ग्रहण के 12 घंटे पहले शुरू होता है और चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले शुरू होता है।
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