Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: अगर किसी व्यक्ति के जीवन में परेशानियां बनी रहती है। अधिक मेहनत करने के बावजूद सफलता नहीं हासिल हो रही है या फिर बनते हुए काम बिगड़ जाते हैं, तो कहा जाता है कि ऐसे में घोड़े की नाल से बना छल्ला पहनना काफी लाभकारी माना जाता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, घोड़े के नाल से बना छल्ला हाथों की बीच की अंगुली में पहनने से शनि दोष से लेकर शनि की महादशा, साढ़े साती और ढैया के दुष्प्रभाव काफी हद तक कम हो जाते हैं। शनि ही नहीं बल्कि राहु-केतु समेत कई अन्य ग्रह के भी दोष समाप्त हो जाते हैं। इसी के कारण अधिकतर जातक घोड़े की नाल से बना छल्ला खूब पहनते हैं। ऐसे ही एक सवाल एक भरक्त ने एकांतिक वार्तालाप में राधारानी के परम भक्त श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण जी महाराज से पूछा। हाल ही में उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।

इस वीडियो में एक भक्त महाराज जी से प्रश्न करता है कि क्या शनि के दुष्प्रभावों को कम करने के लिए घोड़े की नाल पहननी चाहिए। भक्त यह भी पूछता है कि क्या वास्तव में इसे पहनने से लाभ मिलता है और शनिदेव की कृपा बनी रहती है। इस वीडियो को स्वयं प्रेमानंद महाराज जी के सोशल मीडिया अकाउंट से साझा किया गया है। आइए जानते हैं प्रेमानंद महाराज ने क्या दिया उत्तर…

घोड़े की नाल से बना छल्ला पहना शुभ या अशुभ?

प्रेमानंद महाराज जी कहते हैं कि यदि घोड़े की नाल पहनने से सुख और खुशियां मिलतीं, तो सबसे अधिक सुख स्वयं घोड़े को ही मिलता। वह उसी नाल को अपने पैरों में लगाकर सैकड़ों किलोमीटर तक दौड़ता है, कठिन परिश्रम करता है और असहनीय पीड़ा सहता है। ऐसी स्थिति में उस नाल में घोड़े की मेहनत और दर्द समाया होता है, जिसकी कल्पना करना भी कठिन है। जब वह घोड़ा स्वयं उस कष्ट को भोग रहा है, तो फिर कोई दूसरा व्यक्ति उस नाल को पहनकर दुखों से कैसे बच सकता है।

महाराज जी समझाते हैं कि ऐसे में यह मानना गलत है कि घोड़े की नाल पहनने से शुभ फल प्राप्त हो सकते हैं। उनके अनुसार राम-राम, कृष्ण-कृष्ण, हरि-हरि का नाम ही मनुष्य को विघ्नों से बचा सकता है। इसके बावजूद लोग घोड़े की नाल, दांत जैसी तरह-तरह की चीजों को अपनाते रहते हैं, जबकि उनकी समस्याएं ज्यों की त्यों बनी रहती हैं।

प्रेमानंद महाराज जी का कहना है कि सच्ची खुशियां केवल प्रभु के नाम जप से ही मिलती हैं। इसलिए निरर्थक आडंबरों को छोड़कर भक्ति और नाम-स्मरण का मार्ग अपनाना चाहिए।

नए साल में कर्मफल दाता शनि मीन राशि में मार्गी अवस्था में रहेंगे। ऐसे में कुछ राशि के जातकों पर शनि की अशुभ दृष्टि पड़ सकती है। ऐसे में इन 5 राशि के जातकों को सेहत, व्यापार से लेकर आर्थिक स्थिति के क्षेत्र में विशेष ख्याल रखने की जरूरत है। आइए जानते हैं शनि की घातक दृष्टि किन राशियों की बढ़ा सकती है मुश्किलें

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डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें