Ganesh chaturthi 2025, Ganpati Bappa Morya, Sukh Harta Dukh Harta Lyrics In Hindi: आज से देशभर में गणेश उत्सव आरंभ हो चुका है। 10 दिन तक चलने वाले इस पर्व में भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित की जाती है। बता दें कि हर साल भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि के साथ आरंभ होता है। 10 दिनों तक चलने वाले गणेश उत्सव में गणपति बप्पा मोरया के जयकार खूब सुनाई देते हैं। आप भी गणेश उत्सव के दौरान गणपति जी की विधिवत पूजा करने के साथ-साथ इन भजन को अवश्य गाएं। इससे गणेश जी अति प्रसन्न होंगे। आइए जानते हैं सुखकर्ता दुखहर्ता वार्ता विघ्नांची। सहित गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया सहित अन्य भजन लिरिक्स इन हिंदी….
Ganesh Ji Ki Aarti: जय गणेश जय गणेश जय गणेश देवा…, गणेश चतुर्थी पर अवश्य पढ़ें गणेश जी की ये आरती
सुखकर्ता दुखहर्ता (Sukh Harta Dukh Harta Lyrics)
सुखकर्ता दुःखहर्ता वार्ता विघ्नांची।
नुरवी पूर्वी प्रेम कृपा जयाची॥
सर्वांगी सुंदर उटी शेंदूराची।
कंठी झलके माळ मुक्ताफळांची॥
जय देव जय देव, जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रे मनकामना पूर्ती॥
रत्नखचित फरा तूज गौरीकुमरा।
चंदनाची उटी कुंकुमकेशरा॥
हिरे जडित मुकुट शोभतो बरा।
रुणझुणती नूपुरे चरणी घागरिया॥
जय देव जय देव, जय मंगलमूर्ति।
दर्शनमात्रे मनकामना पूर्ती॥
गणेश भजन- गणपति बप्पा मोरया
गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया।
गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया॥
विघ्न विनाशक मंगल करण,सिद्धि विनायक मंगल करण॥
दुख हरन सुख करण,भव भव भय हरन॥
गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया॥
गणेश भजन- मंगल मूर्ति मोरया
मंगल मूर्ति मोरया, मंगल मूर्ति मोरया।
विघ्न विनाशक मंगल मूर्ति मोरया॥
सिद्धि विनायक मंगल मूर्ति मोरया।
बुद्धि प्रदायक मंगल मूर्ति मोरया॥
गणपति बप्पा मोरया, मंगल मूर्ति मोरया॥
गणेश जी भजन (Ganesh Ji Bhajan)
घर में पधारो गजाननजी,मेरे घर में पधारो
रिद्धि सिद्धि लेके आओ गणराजा,मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
राम जी आना, लक्ष्मण जी आना
संग में लाना सीता मैया,मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
ब्रम्हा जी आना, विष्णु जी आना
भोले शशंकर जी को ले आना,मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
लक्ष्मी जी आना,गौरी जी आना
सरस्वती मैया को ले आना,मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
विघन को हारना,मंगल करना,
कारज शुभ कर जाना,मेरे घर में पधारो ॥
॥ घर में पधारो गजाननजी ॥
गणेश भजन- जय गणेश गणराज विद्या दे
जय गणेश गणराज, विद्या दे।
हे विधिहीन हमको, विधि दे॥
तेरे चरणों का मैं ध्यान धरूँ।
तेरा ही स्मरण मैं सदा करूँ॥
जय गणेश गणराज, विद्या दे।
हे विधिहीन हमको, विधि दे॥
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।