Dreaming Maa Durga: स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपनों का वास्तविक जीवन में काफी प्रभाव डालते हैं। चिकित्सा शास्त्र की मानें,तो हमारे मन में जो रहा होता है वहीं, हमें सपने में भी नजर आता है। वहीं, स्वप्न शास्त्र के अनुसार, भविष्य में जीवन में आने वाले शुभ या फिर अशुभ प्रभावों की एक झलक सपनों के द्वारा दिख जाती है। हर एक सपने का अलग-अलग मतलब होता है। ऐसे ही अगर किसी व्यक्ति को सपने में मां दुर्गा से संबंधित चीजें दिखती हैं, तो उसका भी शुभ या फिर अशुभ अर्थ होता है। आइए जानते हैं सपने में मां दुर्गा का देखने का क्या है मतलब।

सपने में मां दुर्गा की मूर्ति देखना

स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में मां दुर्गा की मूर्ति देखना शुभ माना जाता है। जीवन में चल रही कई परेशानियों से छुटकारा मिल जाता है। मानसिक, शारीरिक समस्याओं से निजात मिलती है। इसके साथ ही नौकरी, व्यापार में अपार सफलता के साथ धन लाभ मिलने के आसार होते हैं।

सपने में मां दुर्गा का मंदिर देखना

सपने में मां दुर्गा का मंदिर देखना भी काफी शुभ माना जाता है। काफी समय से चली आ रही इच्छा अब पूरी हो सकती है। कई क्षेत्रों में लाभ मिल सकता है। इसके साथ ही कई तरह की मुश्किलें से निजात मिलेगी।

सपने में मां दुर्गा की आरती करते देखना

अगर कोई व्यक्ति सपने में मां दुर्गा की आरती करते हुए देखने का मतलब है कि कोई बड़ी समस्या का समाधान मिलने वाला है। आशा की एक नई किरण उत्पन्न हो सकती है। भविष्य में आप सफलता की ओर अग्रसर होंगे। व्यापार, नौकरी, विवाह में भी लाभ मिलने के आसार है।

सपने में शेर में सवार मां दुर्गा को देखना

सपने में अगर किसी व्यक्ति को मां दुर्गा शेर में सवार होकर दिखाई दें, तो समझ लें कि उसका अच्छे दिन शुरू होने वाले हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। भविष्य भी बेहतर हो सकता है।

मां दुर्गा को लाल वस्त्र में देखना

अगर कोई व्यक्ति मां दुर्गा को लाल वस्त्र में देखता है, तो इसका मतलब है कि आपका भविष्य अच्छा होने वाला है। रिश्तों में मधुरता बढ़ेगी। उन्नति, तरक्की मिलने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही संतान की ओर से भी खुशी की प्राप्ति होगी।   

सपने में मां दुर्गा को दुखी देखना

स्वप्न शास्त्र के अनुसार, सपने में अगर कोई व्यक्ति मां दुर्गा को दुखी या रोते हुए देखता है, तो यह अशुभ माना जाता है। कार्य क्षेत्र, व्यापार में हानि हो सकती है। किसी अपने से धोखा मिल सकताहै। पैसों की तंगी बढ़ती है, जिससे कर्ज लेने तक की नौबत आ जाती है। इसके साथ ही परिवारिक क्लेश बढ़ जाता है।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।