योग गुरु बाबा रामदेव स्वदेशी और आयुर्वेद के प्रति जागरूकता के अलावा नशाखोरी के खिलाफ अभियान चलाने के लिए भी जाने जाते हैं। उनका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वे नशाखोरी के खिलाफ मंच से ही लोगों को लताड़ लगाते और ठेकों को बंद करवाने की अपील करते नजर आ रहे हैं। उनके साथ बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र शास्त्री भी नजर आ रहे हैं।

बाबा रामदेव कहते हैं कि यह जो हमारे मन में और आत्मा में राम हैं, यह हर बालक में ऐसे रच-बस जाने चाहिए कि हर बालक राम हो जाए। मां, बहन, बेटी को सीता जैसा हो जाना चाहिए। यह राम की भक्ति अब ऊपर से नहीं होनी चाहिए। इधर, राम-राम करो और काम रावण जैसा करो… घर जा कर पव्वा पीयो, यो काम मत करियो।

उन्होंने कहा कि यहां से एक संकल्प लेकर जाओ कि जो भी बागेश्वर धाम आगया वह बीड़ी, सिगरेट, शराब को हाथ नहीं लगाएगा… तब जय जय श्री राम बोलो। बीड़ी, सिगरेट, गुटखा, मसाला… यह सब मामला नहीं जमेगा। बताओ जरा, हनुमान जी गुटखा खावे हैं क्या? राम जी को कोई सिगरेट हो या दारू का भोग लगावे है क्या? तो फिर तुम अपनी क्यों लगाओ हो क्या?

ऐसी भक्ति करो कि ठेके बंद हो जाएं: बाबा रामदेव मंच से कहते दिख रहे हैं कि ऐसी राम की भक्ति करो कि ये सारे ठेके बंद हो जाएं। बकवास कर रखी है… जिसको देखो बेचारा गरीब आदमी उसी में मरा जा रहा है। 10 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की तो आदमी दारू, सिगरेट, बीड़ी, शराब पी जाता है और हम कहते हैं कि हम ऋषियों की संतान हैं।

रामदेव कहते हैं कि ऋषि पुत्र शाम होते-होते सीसी पुत्र बन जाते हैं। पव्वा, अध्धा और कोई तो कोई लीटर की लीटर ठोक जाता है। वे आचार्य धीरेंद्र शास्त्री की ओर इशारा करते हुए कहते हैं कि महाराज जी कहते हैं कि यहां बार-बार आइए। मैं कहता हूं कि एक बार आने के लिए कम से कम एक लाख लोगों का बीड़ी, शराब, सिगरेट छोड़ना जरूरी है। यही मेरी गुरु दक्षिणा है।