Auspicious Yog In Kundali: वैदिक ज्योतिष अनुसार जब भी किसी व्यक्ति का जन्म होता है। तो उसकी कुंडली में स्थित ग्रह शुभ और राजयोग का निर्माण करते हैं, यह शुभ योग व्यक्ति को धन, वैभव और शौहरत देते हैं। साथ ही व्यक्ति को सभी भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है और व्यक्ति फर्श से अर्श तक पहुंचता है। वहीं व्यक्ति हमेशा धनवान रहता है और उसकी आर्थिक स्थिति मजबूत रहती है। आइए जानते हैं ये शुभ योग कौन से हैं…
कुंडली में ऐसे बनते हैं शुभ योग
1- वैदिक ज्योतिष अनुसार लग्नेश (पहले घर के स्वामी) का योग जब धनेश, चतुर्थेश, पंचमेश, भाग्येश, दशमेश और लाभेश के साथ हो तो व्यक्ति को जीवन में कभी भी धन की कमी नहीं रहती। साथ ही ऐसे व्यक्तियों की आर्थिक स्थिति हमेशा मजबूत रहती है।
2- ज्योतिष मुताबिक अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में भाग्येश (नवम भाग्य स्थान के स्वामी) का योग जब लग्नेश, धनेश, चतुर्थेश, पंचमेश, दशमेश और लाभेश का योग हो तो भाग्य द्वारा जीवन में धन आदि की प्राप्ति होती है। साथ ही व्यक्ति को हमेशा किस्मत का साथ मिलता है और व्यक्ति धन खर्च करने में आगे रहता है।
3- अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में दशमेश (दशम कर्म स्थान के स्वामी) का योग जब लग्नेश, धनेश, चतुर्थेश, पंचमेश, भाग्येश या लाभेश के साथ होना कुण्डली में धनयोग का निर्माण करता है। ऐसे लोग धनवान होते हैं। साथ ही ये लोग सेविंग करने में भी माहिर होते हैं।
4- अगर किसी व्यक्ति की जन्मकुंडली में लाभेश (ग्यारहवें लाभ स्थान के स्वामी) का योग जब लग्नेश, धनेश, चतुर्थेश, पंचमेश, नवमेश और दशमेश के साथ होगा तब धन का योग का निर्माण होता है। ऐसे लोगों की आर्थिक स्थिति मजबूत होती है। साथ ही ये लोग सभी भौतिक सुखों की उपभोग करते हैं।
5- वहीं कुंडली में कुछ योग ऐसे भी होते हैं, जो व्यक्ति को धनवान बनाते हैं। जिसमें लक्ष्मी योग, वित्त योग, श्रीयोग, पंचमहापुरुष योग का नाम शामिल है।
अगर कुंडली में ये योग होते हैं तो व्यक्ति साधारण परिवार में जन्म लेकर भी धनवान बनता है। साथ ही उसके पास खूब धन-संपत्ति होती है। समाज में वह अपनी अलग पहचान बनाता है।
