Dattatreya Jayanti 2022: भगवान दत्तात्रेय की जयंती इस माह में 7 तारीख को मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार भगवान दत्तात्रेय की जयंती पर सिद्धी योग बन रहा है, जो बहुत ही शुभ माना जा रहा है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 7 दिसंबर को प्रात:काल 2 बजकर 50 मिनट से शुरू होकर 8 दिसंबर को सुबह 2 बजकर 52 मिनट कर रहेगा। यह योग बहुत ही शुभ माना जा रहा है।
क्या है सिद्धी योग (What is Siddhi Yoga)
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार वार, नक्षत्र और तिथि के संयोग से यह योग बनता है। मान्यता है कि इस योग में पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। साथ ही इस योग में शुरू किया गया कार्य में सफलता प्राप्त होने की मान्यता है। इस योग में आप नया कोरोबार,नया वाहन और संपत्ति आदि खरीद सकते हैं। वहीं इस 7 दिसंबर को सर्वार्थ सिद्धि और साध्य योग भी बना रहा है।
दत्तात्रेय जयंती 2022 पूजा विधि (Dattatreya Jayanti 2022 Puja Vidhi)
-सुबह उठकर स्नान करें और साफ कपड़े पहने।
-सफेद आसन पर भगवान दत्तात्रेय की मूर्ति स्थापित करें।
-अब भगवान दत्तात्रेय का गंगा जल से अभिषेक करें।
-पूजा में केवल सफेद रंगों के ही फूल चढ़ाएं।
-धूप, दीप और घी का दीपक लगाकर पूजा करें।
-मीठे का भोग लगाएं और पूजा के बाद प्रसाद का वितरण करें।
भगवत गीता का करें पाठ (Dattatreya Jayanti 2022)
भगवान दत्तात्रेय जयंती के दिन भगवत गीता का पाठ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है। वही भगवान दत्तात्रेय के मंत्रों का जाप करना भी बहुत लाभप्रद बताया गया है।
भगवान दत्तात्रेय जयंती पर करें ये ज्योतिषीय उपाय (Dattatreya Jayanti 2022 Remedy)
-विधि विधान से भगवान दत्तात्रेय की पूजा करें।
-भगवान विष्णु और तुलसी की पूजा करें।
-पूजा के बाद ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
-गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें।
-सामर्थ अनुसार दान करें।