हिंदू धर्म में होने वाले पूजा-पाठ में शंख का विशेष महत्व है। मोटे तौर पर यह कहा जा सकता है कि हिंदू धर्म में होने वाली हर पूजा में इसका इस्तेमाल किया जाता है। क्या आप जानते हैं कि शंख को सनातन धर्म का प्रतीक बताया गया है। इसके अलावा शंख को लक्ष्मी जी का भाई भी कहते हैं। शंख के पूजा-पाठ में इस्तेमाल होने से धन आने की मान्यता है। इसके साथ ही इसे बुराइयों का नाश करने वाला भी बताया गया है। कहते हैं कि पूजा में शंख बजाने से व्यक्ति को व्यापार में धनहानि का सामना नहीं करना पड़ता। व्यक्ति सदा अपने व्यवसाय में उन्नति करता है और नए कीर्तिमान स्थापित करता है। चलिए विस्तार से जानते हैं शंख के महत्व के बारे में।
शंख के बारे में यह भी कहा जाता है कि इससे व्यक्ति का भाग्य उत्तम होता है। व्यक्ति अपने जीवन में तमाम सफलताएं हासिल करता है और अप्रिय घटनाओं से भी सुरक्षित रहता है। हिंदू धर्म में शंख को स्थापित करने का भी विशेष महत्व है। आमतौर पर इसे होली, दीपावली, शिवरात्रि या ऐसे ही महत्वपूर्ण त्यौहारों के मौके पर स्थापित किया जाता है। इसे स्थापित करने से घर में लक्ष्मी जी का वास होता है। व्यक्ति के घर में कभी धन की कमी नहीं होती और वह तमाम सुख-सुविधाओं को हासिल करता है।
क्या आप जानते हैं कि शंख के वैज्ञानिक लाभ भी बताए गए हैं। शंख के बारे में वैज्ञानिकों का मत है कि इसे बजाने से वातावरण में शुद्धता आती है। इससे आस-पास के माहौल में सकारात्मकता घुलती है और लोगों को प्रसन्नता का एहसास होता है। शंख की आवाज से कीटाणुओं के नाश होने की बात भी कही गई है। इसके अलावा शंख बजाने से हृदय रोग का खतरा कम होता है। इसके साथ ही व्यक्ति के फेफड़े भी मजबूत होते हैं। इसलिए शंख बजाने को नियमित दिनचर्या में शामिल की भी सलाह दी गई है।