Chandra Yantra: वैदिक ज्योतिष में कई सारी ऐसी बातें बताई गई है जिन्हें कोई भी व्यक्ति फॉलो करके अपने जीवन में सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। अगर जीवन में कोई न कोई समस्या बनी रहती है, धन हानि के साथ कर्ज में फंसे रहते हैं। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन में कई तरह की समस्याएं आती है, तो ऐसे में कुछ यंत्र घर में स्थापित करके विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इन्हीं यंत्रों में से एक है चंद्र यंत्र। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, यह यंत्र काफी शक्तिशाली माना जाता है। जानिए चंद्र यंत्र के बारे में सबकुछ।

क्या है चंद्र यंत्र? (Chandra Yantra Meaning)

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र यंत्र चंद्र देव को समर्पित है। इन्हें सोम नाम से भी जाना जाता है। जिसका अर्थ है अमृत। चंद्रमा को मन का कारक माना जाता है। यह मन और मस्तिष्क को नियंत्रित करता है। हिंदू परंपराओं के अनुसार, सौंदर्य, कला और भावनाओं से जुड़ाव के लिए चंद्र देव की पूजा करना शुभ माना जाता हैं। चंद्र देव की पूजा करने से
मानसिक शांति मिलती है।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, चंद्र यंत्र उन लोगों के लिए लाभकारी है। कर्क राशि या फिर लग्न वालों के लिए लाभकारी है। इसके अलावा जिन जातकों की कुंडली में चंद्र की महादशा चल रही हो। इसके अलावा मातृ दोष, गंड मूल दोष के लिए चंद्र दोष काफी लाभकारी है।

चंद्र यंत्र रखने का लाभ (Benefits of Chandra Yantra )

  • घर में चंद्र यंत्र की स्थापना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
  • इस यंत्र को घर में रखने से मानसिक और कलात्मक प्राप्त होती है।
  • चंद्र यंत्र की पूजा करने से बिजनेस और नौकरी में अपार सफलता के साथ धन लाभ होता है।
  • चंद्रमा मन और भावनाओं का प्रतिनिधित्व करता है।  ऐसे में चंद्र यंत्र की स्थापना करने से भावनात्मक स्थिरता भी लाता है। इसके साथ ही दिमाग शांत  रहने के साथ तनाव से मुक्ति मिलती है।
  • चंद्रमा अंतर्ज्ञान और रचनात्मकता से जुड़ा है। चंद्र यंत्र की स्थापना करने से क्रिएटिविटी बढ़ती है।
  • चंद्र यंत्र की स्थापना करने से  परिवार के सदस्यों के बीच प्यार बढ़ता है। इसके साथ ही रिश्ते मजबूत होते हैं।
  • चंद्र यंत्र को स्थापित करने से प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आती है। इसके साथ ही मनचाहा जीवनसाथी मिलता है।

किस दिशा में स्थापित करें चंद्र यंत्र (Best Direction For Chandra Yantra)

वास्तु के हिसाब से चंद्र यंत्र पूर्व दिशा की ओर स्थापित कर दें। इस दिशा में ये यंत्र रखने से घर में शांति, समृद्धि और सकारात्मकता आती है।

चंद्र यंत्र स्थापना विधि (How to Place Chandra Yantra)

शुभ मुहूर्त में चंद्र यंत्र खरीद लाएं। इसके बाद प्रातकाल जागकर स्नान आदि करने के बाद यंत्र को सामने रखकर 11 या 21 बार चंद्र के बीज मंत्र का जाप करें। इसके बाद यंत्र पर थोड़ा सा गंगाजल छिड़कें। इसके बाद इसे ठीक से स्थापित कर दें। आप चाहें, तो चंद्र यंत्र को बटुए और गले में भी धारण कर सकते हैं।

चंद्र यंत्र का बीज मंत्र- ॐ श्रां श्रीं श्रौं सः ॐ चंद्राय नमः

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।