Chandra Grahan Katha 2024 In Hindi: साल का आखिरी और दूसरा चंद्र ग्रहण 18 सितंबर यानी कल लगने वाला है। ये चंद्र ग्रहण काफी खास है,क्योंकि इस दिन चंद्रमा मीन राशि में संचार कर रहे हैं। जहां पहले से ही राहु ग्रहण विराजमान है। ऐसे में ग्रहण योग भी बन रहा है। इसके साथ ही पितृपक्ष का दूसरा दिन होने के साथ भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि होगी। विज्ञान में इसे एक खगोलीय घटना माना जाता है। चंद्र ग्रहण तब होता है जब पृथ्वी सीधे सूर्य और चंद्रमा के बीच से गुजरती है,जिससे धीरे-धीरे चंद्र सतह को ढक लेती है और अंधेरा कर देती है। लेकिन शास्त्रों के अनुसार, चंद्रमा को राहु और केतु अपना ग्रास बना लेते हैं। इस कारण चंद्र ग्रहण लग जाता है। बता दें कि साल का दूसरा चंद्र ग्रहण बुधवार, 18 सितंबर को सुबह 06 बजकर 12 मिनट से लेकर सुबह 10 बजकर 17 मिनट तक रहने वाला है। आइए जानते हैं आखिर क्यों लगता है चंद्र ग्रहण। जानें इसके पीछे की पौराणिक कथा…

Chandra Grahan 2024 India Date, LIVE Streaming: Watch Here

चंद्र ग्रहण की पौराणिक कथा

पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार दानव और देवताओं ने मिलकर समुद्र मंथन किया था। इस दौरान समुद्र मंथन से 14 रत्न निकले थे जिसमें एक अमृत कलश भी निकला था। ऐसे में अमृत पाने के लिए देवताओं और दानवों के बीच विवाद उत्पन्न होने लगा। देवताओं को भय था कि अगर राक्षसों में अमृत पी लिया, तो वह अमर हो जाएंगे और देवताओं का अस्तित्व मिट जाएगा। ऐसे में सभी ने भगवान विष्णु से मदद की गुहार लगाई। ऐसे में मोहिनी एकादशी के दिन भगवान विष्णु ने मोहिनी का अवतार लिया था। जब श्री हरि विष्णु ने देवताओं और असुरों को अलग-अलग बिठा दिया। लेकिन असुर छल से देवताओं की लाइन में आकर बैठ गए और अमृत पान कर लिया। देवों की लाइन में बैठे चंद्रमा और सूर्य ने राहु को ऐसा करते हुए देख लिया।

इस बात के बारे में उन्होंने श्री हरि विष्णु को दे दी, जिसके बाद भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से राहु का सिर धड़ से अलग कर दिया। लेकिन राहु ने अमृत पान किया हुआ था, जिसके कारण वह अमर हो गया। सिर और धड़ में अलग हो गया। सिर वाला भाग राहु और धड़ वाला भाग केतु के नाम से जाना गया। इसी घटना के कारण राहु और केतु सूर्य और चंद्रमा को अपना शत्रु मानते हैं और पूर्णिमा के दिन चंद्रमा को ग्रास लेते हैं।

डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।

मेष वार्षिक राशिफल 2024वृषभ वार्षिक राशिफल 2024
मिथुन वार्षिक राशिफल 2024कर्क वार्षिक राशिफल 2024
सिंह वार्षिक राशिफल 2024कन्या वार्षिक राशिफल 2024
तुला वार्षिक राशिफल 2024वृश्चिक वार्षिक राशिफल 2024
धनु वार्षिक राशिफल 2024मकर वार्षिक राशिफल 2024
कुंभ वार्षिक राशिफल 2024मीन वार्षिक राशिफल 2024