Chandra Grahan 2023: साल का पहला चंद्र ग्रहण 5 मई को लगने वाला है। रात के समय लगने वाला यह ग्रहण उपच्छाया चंद्र ग्रहण होगा। इस साल भारत में चंद्र ग्रहण को लेकर काफी कंफ्यूजन पैदा हो रहा है कि आखिर लगेगा कि नहीं। भारत में पहला चंद्र ग्रहण को लेकर ज्योतिषियों के अलग-अलग मत है। वहीं, पंडित जगन्नाथ गुरु जी के हिसाब से साल का पहला चंद्र ग्रहण भारत में भी लग रहा है। इसलिए सूतक काल भी मान्य होगा। बता दें कि चंद्र ग्रहण शुरू होने के 9 घंटे पहले से सूतक काल आरंभ हो जाता है। सूतक  काल के दौरान कई कार्यों को करने की मनाही है। जानिए सूतक काल का समय से लेकर क्या करें और क्या नहीं।

किस समय है उपच्छाया चंद्र ग्रहण?

भारतीय समय के अनुसार, चंद्र ग्रहण 5 मई को रात 8 बजकर 44 मिनट से शुरू हो रहा है, जो देर रात 1 बजकर 1 मिनट पर समाप्त हो रहा है। रात 10 बजकर 52 मिनट पर ग्रहण अपने उच्चतम बिंदु पर होगा।

 चंद्र ग्रहण का सूतक काल कब से होगा आरंभ?

शास्त्रों के अनुसार, माना जाता है कि चंद्र ग्रहण का सूतक काल 9 घंटे पहले से आरंभ हो जाता है। इसलिए सूतक 5 मई को सुबह 11 बजकर 44 मिनट से आरंभ हो जाएगा। शास्त्रों के अनुसार माना जाता है कि ग्रहण के दौरान राहु,  सूर्य और चंद्रमा का ग्रास होता है। ऐसे में वह काफी पीड़ा होते हैं। इसलिए किसी भी तरह के शुभ और मांगलिक कार्यों की मनाही होती है।

चंद्र ग्रहण के सूतक काल के दौरान क्या करें और क्या नहीं

  • सूतक काल के दौरान से देवी-देवताओं को छूने का मनाही होती है। इसलिए मंदिर, पूजा घर में कपाट या फिर पर्दा डाल दें।
  • गर्भवती महिलाओं को ग्रहण के दौरान बाहर निकलने की मनाही होती है, क्योंकि इससे गर्भ में पल रहे बच्चे के शारीरिक और मानसिक विकास पर बुरा असर पड़ सकता है।
  • सूतक काल के दौरान भोजन पकाने और खाने की मनाही होती है। हालांकि, गर्भवती महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग इस नियम का पालन करें ये जरूरी नहीं है।
  • सूतक काल से ग्रहण काल तक गर्भवती महिलाएं नुकीली चीजों से दूर रहें और इनका इस्तेमाल बिल्कुल भी न करें, क्योंकि इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
  • सूतक काल के दौरान पूजा-पाठ करने की मनाही होती है। लेकिन ध्यान करना शुभ माना जाता है।
  • सूतक काल से लेकर ग्रहण काल के समय खाने वाली चीजों में तुलसी दल जरूर डाल दें। मान्यता है कि ऐसा करने से भोजन दूषित नहीं होता है।
  • ग्रहण समाप्त होने के बाद स्नान जरूर करें, जिससे शरीर से नकारात्मक ऊर्जा हट जाएं।
     ग्रहण के बाद पूरे घर में गंगाजल अवश्य छिड़कना चाहिए। ऐसा करने से  चंद्र ग्रहण के दौरान निकलने वाली नकारात्मक ऊर्जा से छुटकारा मिल जाएगा।