Chanakya Niti in Hindi: चाणक्य नीति जीवन के पहलूओं पर नए विचार और समझ के साथ आगे बढ़ने के बारे में बताती है। चाणक्य को बुद्धिजीवियों में सबसे पहले याद किया जाता है। ऐसा माना जाता है कि चाणक्य को जीवन से जुड़े सभी विषयों का बहुत बारीक ज्ञान था। इसलिए ही वह अपने जीवन काल के दौरान जिस किसी के साथ भी रहे, वह उनके मार्गदर्शन में निरंतर जीत की ओर बढ़ता चला गया। चाणक्य को सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक विषयों की बहुत गहरी समझ थी। वह जानते थे कि किस कार्य का क्या परिणाम होता है। चाणक्य नीति में धन को बढ़ाने के लिए यह भी बताया गया है कि किन चीजों पर खर्च करने से धन में वृद्धि होती है। चाणक्य नीति की इस रिपोर्ट में जानिए उन 4 चीजों के बारे में जिन पर खर्च करने से बढ़ सकता है आपका धन –

1) लोग कहीं भी पैसा लगाने से पहले यह सोचते हैं कि इससे हमें क्या लाभ होगा। चाणक्य नीति में ऐसे लोगों के लिए कहा गया है कि मंदिर में पैसा देने से पहले ये बात बिल्कुल भी नहीं सोचनी चाहिए। मंदिर में पैसा देने से ईश्वरीय कृपा होती है। जिससे धन देने वाले व्यक्ति का धन और बढ़ता है। मंदिर में समय – समय पर धन देने वाले व्यक्ति के घर कभी दरिद्रता नहीं आती है।

2) चाणक्य नीति में यह कहा गया है कि जो व्यक्ति कुष्ट रोगियों की सहायता करता है। वह कभी निर्धन नहीं होता है। बल्कि उसका धन दिन -प्रतिदिन बढ़ता ही चला जाता है। कुष्ट रोगियों को बहुत अधिक पीड़ सहनी पड़ती है। ऐसे में उनकी आर्थिक सहायता करने से उनका मन प्रसन्न होता है। जिससे धन देने वाले व्यक्ति के धन में वृद्धि होती है। यह पुण्य कार्य होने के साथ-साथ धन को बढ़ाने वाला भी है।

3) यदि आप समर्थ हैं तो आपको किसी ऐसे व्यक्ति को शिक्षित करने में पैसा लगाना चाहिए जो आर्थिक परेशानी की वजह से अपनी पढ़ाई पूरी न कर पा रहा हो। ऐसे व्यक्ति की आर्थिक सहायता करने से देवी लक्ष्मी बहुत प्रसन्न होती हैं। जो लोग किसी को शिक्षित करने में अपनी मेहनत की कमाई का एक अंश लगाते हैं। वह देवी लक्ष्मी की कृपा से जन्म-जन्मांतर के लिए धन लाभ पाते हैं।

4) अस्पताल, कुएं, बावड़ी, धर्मशाला और स्कूल बनवाने में आर्थिक सहयोग करते हैं। वह अपने धन को शुद्ध कर लेते हैं। ऐसे लोगों के पास कभी धन की कमी नहीं रहती है। बल्कि ऐसे लोगों का धन दिन-रात वृद्धि की ओर बढ़ता चला जाता है। क्योंकि अस्पताल, कुएं, बावड़ी, धर्मशाला और स्कूल बनवाने से सालों साल तक लोग इनका सुख भोग पाते हैं और ऐसे लोगों की दुआएं हमेशा आर्थिक सहायता करने वाले व्यक्ति के साथ-साथ चलती हैं।