Chanakya Niti: चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य के विचारों को बताया गया है। इतिहास के जानकार बताते हैं कि आचार्य चाणक्य को आर्थिक, राजनीतिक, सामाजिक और सांस्कृतिक विषयों के बारे में बहुत गहराई से पता था। वह विभिन्न प्रकार की परिस्थितियों में दर्शन और कूटनीति का सही प्रयोग करना जानते थे।

उन्हें महान बुद्धिजीवियों में गिना जाता है। चाणक्य नीति में आचार्य चाणक्य ने यह भी बताया है कि घर में गरीबी आने से पहले उसके संकेत मिलते हैं। इन संकेतों के माध्यम से यह जाना जा सकता है कि भविष्य में घर की आर्थिक स्थिति कैसी हो सकती है।

परिवार में कलह-क्लेश बढ़ना – आचार्य चाणक्य की मानें तो परिवार में क्लेश होना घर की आर्थिक स्थिति के लिए शुभ लक्षण नहीं है। बताया जाता है कि जिन लोगों के घर में ऐसा माहौल बना रहता है उनके घर में धीरे-धीरे दरिद्रता आने लगती है। संभव हो तो घर में ऐसा माहौल बनने से रोकें।

तुलसी का पौधा सूखना – ऐसी मान्यता है कि तुलसी का पौधा सुख समृद्धि का प्रतीक होता है। कहते हैं कि अगर तुलसी का पौधा सूखता है तो इसका सीधा अर्थ यह है कि घर की आर्थिक स्थिति खराब होने वाली है। जब कभी भी आपके घर में तुलसी का पौधा सूख जाए तो तुरंत तुलसी का हरा-भरा पौधा उसकी जगह पर लगाएं।

कांच का टूटना – कई लोग का आज का टूटना शुभ मानते हैं। इस नीति में यह मान्यता बताई गई है कि कांच का टूटना आर्थिक स्थिति के लिए अशुभ साबित हो सकता है। कहते हैं कि जिन घरों में कांच टूटता है उनमें आर्थिक संकट आने की संभावना बन सकती है।

पूजा-पाठ से दूरी – बताया जाता है कि जिन घरों में पूजा-पाठ और भक्ति का माहौल रहता है और घरों में सकारात्मक ऊर्जा बनी रहती है। साथ ही यह भी कहा जाता है कि जो लोग अचानक पूजा-पाठ से दूरी बना लेते हैं, उनके घर में आर्थिक तंगी आ सकती है।

बड़े बुजुर्गों का सम्मान है जरूरी – कहा जाता है कि जिन लोगों के घर में बड़े बुजुर्गों का सम्मान नहीं किया जाता है, उन घरों की आर्थिक स्थिति कभी नहीं सुधरती है। इसलिए प्रयास करें कि आपके घर पर बड़े बुजुर्गों के साथ अच्छा व्यवहार किया जाए।