Chanakya Niti: आचार्य चाणक्य ने अपनी नीतियों के माध्यम से व्यक्ति को सही रास्ते में चलने से लेकर सफल, धनवान बनाने में मदद करती है। इतना ही नहीं आचार्य चाणक्य ने कुछ बातें स्वास्थ्य को लेकर भी बताई है जिनका पालन करके व्यक्ति सेहतमंद रह सकता है। आचार्य चाणक्य ने इन नीतियों के माध्यम से खाने-पीने के समय से लेकर किन चीजों का सेवन किसके साथ नहीं करना चाहिए। इसके बारे में भी विस्तार से बताया है। इसी क्रम में चाणक्य नीति में एक श्लोक में आचार्य चाणक्य ने बताया है कि पानी पीते समय किस बात का ध्यान रखना चाहिए, वरना अमृत समान पानी भी विष का काम कर देता है। आइए जानते हैं किस समय पानी पीना आपके लिए खतरनाक हो सकता है…
चाणक्य नीति के अध्याय 8 के सातवें श्लोक में इस श्लोक का वर्णन है।
श्लोक
अजीर्णे भेषजं वारि जीर्णे वारि बलप्रदम्।
भोजने चामृतं वारि भोजनान्ते विषप्रदम्।।
अर्थ-
आचार्य चाणक्य इस श्लोक में कह रहे हैं कि अपच की स्थिति में जल पीना औषधि से कम नहीं है और भोजन पच जाने के बाद जल पीने से शरीर का बल बढ़ता है, भोजन के बीच जल पीना अमृत के समान है, परंतु भोजन के अंत में जल का सेवन करना विष के समान हानिकारक होता है।
इस समय बिल्कुल नहीं पीना चाहिए जल
आचार्य चाणक्य ने इस श्लोक के माध्यम से बताया है कि अगर गलत समय में जल का सेवन किया जाए, तो ये अमृत भी आपके लिए विष का काम कर सकता है। अगर किसी व्यक्ति को अपच की समस्या हो जाए, तो वह जल का सेवन करें। इससे उसे जल्द ही राहत मिल सकती है।
आचार्य चाणक्य कहते हैं कि हर व्यक्ति के लिए जल सबसे जरूरी चीज है। लेकिन इसे गलत समय पीना आपके लिए मृत्यु का कारण भी बन सकता है। आमतौर पर खाना खाते समय कई लोग पानी अधिक पीते हैं। आचार्य चाणक्य कहते हैं कि भोजन करते समय भी पानी का अपना एक अलग महत्व होता है। अगर व्यक्ति भोजन के बीच में पानी पीता है, तो वह उसके लिए अमृत के समान हो सकता है। इसके साथ ही अगर भोजन पचने के बाद यानी 1-2 घंटे बाद पिया जाए, तो ये यहीं जल आपको ताकत देता है। वहीं अगर आपने भोजन करने के तुरंत बाद ही जल का सेवन किया, तो ये आपके लिए विष का काम कर सकता है। ऐसा करने से आप कई बीमारियों के शिकार हो सकते हैं, क्योंकि आपका पाचन तंत्र ठीक ढंग से काम नहीं करता है।
भोजन के बाद पानी पीना सही?
आयुर्वेद के अनुसार, भोजन के तुरंत बाद पानी पीने से पाचन क्रिया पर बुरा असर पड़ता है जिसके कारण गैस, अपच से लेकर इंसुलिन बढ़ने तक का खतरा हो सकता है। इसलिए खाने खाने के करीब 30-45 मिनट बाद ही पानी पीना चाहिए।
जून माह के तीसरे सप्ताह सूर्य राशि परिवर्तन करके मिथुन राशि में प्रवेश कर जाएंगे, जिससे बुधादित्य और गुरु आदित्य योग का निर्माण करेंगे। इसके अलावा अन्य ग्रहों की बात करें, तो मंगल-केतु सिंह राशि, शनि मीन, राहु कुंभ, शुक्र मेष राशि में विराजमान होंगे। ऐसे में 12 राशियों के जीवन में किसी न किसी तरह से प्रभाव देखने को मिलने वाला है। टैरो गुरु मधु कोटिया के अनुसार, टैरो के मुताबिक ये सप्ताह कुछ राशियों का खास हो सकता है। जानें साप्ताहिक टैरो राशिफल