Chaitra 2022 Shubh Muhurat : हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह का आरंभ हो चुका है। हिन्दू कैलेंडर के मुताबिक इसी दिन से हिन्दू नववर्ष भी मनाया जाता है, आइए जानते हैं कि चैत्र माह में कौन- कौन से प्रमुख दिन पड़ेंगे और विवाह, मुंडन, नामकरण और गृहप्रवेश से संबंधित मुहूर्त-

पापमोचनी एकादशी</strong>: व्रत मुहूर्त नई दिल्ली, भारत के लिए मान्य, 28 मार्च, 2022 (सोमवार) को पापमोचनी एकादशी मनाई जाएगी। पापमोचनी एकादशी पारणा मुहूर्त: 06:15:24 से 08:43:45 तक 29, मार्च को अवधि: 2 घंटे 28 मिनट है।

पापमोचनी एकादशी का अर्थ है पाप को नष्ट करने वाली एकादशी। इस दिन विधि विधान से भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए। पापमोचनी एकादशी के दिन किसी की निंदा और झूठ बोलने से बचना चाहिए। इस व्रत को करने से ब्रह्महत्या, स्वर्ण चोरी, मदिरापान, अहिंसा और भ्रूणघात समेत अनेक घोर पापों के दोष से मुक्ति मिलती है।

प्रदोष व्रत: मंगलवार, 29 मार्च को भौम प्रदोष व्रत (कृष्ण) पड़ रहा है। प्रदोष व्रत को हम त्रयोदशी व्रत के नाम से भी जानते हैं। यह व्रत माता पार्वती और भगवान शिव को समर्पित है। पुराणों के अनुसार इस व्रत को करने से बेहतर स्वास्थ और लम्बी आयु की प्राप्ति होती है। शास्त्रों के अनुसार प्रदोष व्रत एक साल में कई बार आता है। प्रायः यह व्रत महीने में दो बार आता है।

मासिक शिवरात्रि: बुधवार, 30 मार्च को मासिक शिवरात्रि मनाई जाएगी। हिंदू पंचाग के अनुसार हर महीने कृष्ण पक्ष के 14वें दिन को मासिक शिवरात्रि मनाई जाती है। हिन्दू धर्म में मासिक शिवरात्रि का अपना अलग ही महत्व है। वैसे तो साल में एक बार मनाई जाने वाली महाशिवरात्रि बहुत महत्वपूर्ण मानी जाती है, लेकिन इसके अलावा भी वर्ष में कई शिवरात्रियाँ आती हैं जिन्हें प्रत्येक महीने के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाते हैं। शास्त्रों के अनुसार साप्ताहिक त्योहारों में भगवान शिव को सोमवार का दिन समर्पित किया गया है।

चैत्र अमावस्या: चैत्र अमावस्या मुहूर्त नई दिल्ली के लिए मार्च 31, 2022 को 12:24:45 से आरंभ हो रहा है। अप्रैल 1, 2022 को 11:56:15 पर अमावस्या समाप्त हो जाएगा। हिन्दू पंचांग के अनुसार चैत्र माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली अमावस्या को चैत्र अमावस्या कहते हैं। हिन्दू धर्म में अमावस्या तिथि का विशेष महत्व है। इस दिन स्नान, दान तथा अन्य धार्मिक कार्य किये जाते हैं। हर अमावस्या की तरह चैत्र अमावस्या के दिन पूर्वजों के पूजन का विधान है।

चैत्र नवरात्रि: चैत्र नवरात्रि हिंदुओं द्वारा मनाया जाने वाला एक बेहद प्रमुख पर्व है। इसमें देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूप – शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्रि की बहुत हीं भव्य तरीके से पूजा की जाती है।

चैत्र नवरात्रि का पहला दिन 02 अप्रैल दिन शनिवार घटस्थापना के साथ आरंभ होगा। शुभ मुहूर्त की बात करें तो प्रात: 06 बजकर 01 मिनट से सुबह 08 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा अभिजित मुहूर्त में दोपहर 12 बजे से लेकर 12 बजकर 50 मिनट के बीच घटस्थापना कर सकते हैं। पंचांग के अनुसार 11 अप्रैल 2022 सोमवार को नवरात्रि व्रत का पारण किया जाएगा। चैत्र नवरात्रि पारणा का समय नई दिल्ली, भारत के लिए
नवरात्रि पारणा का समय: 06:00:38 के बाद से है।

विवाह एवं नामकरण मुहूर्त 2022: चैत्र माह में शुभ विवाह के लिए केवल दो ही मुहूर्त हैं जबकि नामकरण के लिए 6 मुहूर्त हैं। विवाह के लिए 15 अप्रैल और 16 अप्रैल 2022 को शुभ मुहूर्त बना हुआ है। जबकि अप्रैल की 1, 3, 6, 10, 11 और 15 तारीख को नामकरण किया जा सकता है। वहीं चैत्र माह में 26 अप्रैल को गृह प्रवेश कर सकते हैं।

मुंडन मुहूर्त: गुरुवार, 24 मार्च को 06:21:12 से आरंभ होकर 17:30:22 पर समाप्ति होगा।
सोमवार, 28 मार्च को 06:16:32 से आरंभ होकर 16:17:25 पर समाप्ति होगा।
बुधवार, 30 मार्च को 06:14:13 से आरंभ होकर 10:49:08 पर समाप्ति होगा।
बुधवार, 20 अप्रैल को 13:55:02 से आरंभ होकर 23:42:01 पर समाप्ति होगा।
सोमवार, 25 अप्रैल को 05:46:15 से आरंभ होकर 29:46:15 पर समाप्ति होगा।