Chaiti Chhath Puja 2025 Day 3 Surya Dev Puja Vidhi, Surya Arghya Ka Samay: हिंदू धर्म में छठ पर्व का विशेष महत्व है। बता दें कि साल में दो बार छठ पर्व मनाया जाता है। एक चैत्र मास में और दूसरा कार्तिक मास में। कार्तिक माह में पड़ने वाले छठ पर्व का विशेष महत्व है। वहीं दूसरी ओर चैत्र माह में पड़ने वाली चैती छठ को भी कई कई जगहों पर धूमधाम से मनाया जाता है। भगवान सूर्य और छठी मैया को समर्पित इस पर्व का आज तीसरा दिन है। आज का दिन काफी महत्वपूर्ण माना जाता है, क्योंकि आज डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। माताएं अपनी संतान की लंबी और उत्तम भविष्य के लिए निर्जला व्रत रखती है। आज यानी चैती छठ के तीसरे दिन व्रत परिवार के साथ नदी या तालाब में कमर तक जल में खड़े होकर सूर्यास्त के समय सूर्यदेव को अर्घ्य देती है। आइए जानते हैं छठ के तीसरे दिन कब करें अर्घ्य और पूजा विधि…

संघ्याकाल अर्घ्य का समय

चैती छठ का संध्याकाल अर्घ्य 3 अप्रैल यानी आज किया जा रहा है। आज शाम 6 बजकर 40 मिनट पर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया जाएगा।

चैती छठ का तीसरा दिन-संध्या अर्घ्य पूजा विधि

चैती छठ के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य देना शुभ माना जाता है। इस दौरान व्रती डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देती है। इसके साथ ही बांस की टोकरी में टेकुआ, फल, मूली, चावल के लड्डू, गन्ना सहित अन्य सामान रखा जाता है। इसके बाद कमर जल जल के पानी में खड़े होकर विधिवत तरीके से सूर्य को अर्घ्य देने के साथ इस सूप में मौजूद सामग्री चढ़ाई जाती है और संतान की समृद्धि की कामना की जाती है।

ऐसे दें सूर्य को अर्घ्य

आज व्रती जल में कमर तक खड़े होकर सूर्य देव की पूजा करती है। डूबते सूर्य को अर्घ्य देने के लिए एक लोटे में जल, कच्चे दूध की कुछ बूंद,लाल चंदन, फूल, अक्षत और कुश डाल लें। इसके बाद सूर्य देव को धीरे-धीरे जल प्रवाहित कर अर्घ्य दें। इसके साथ सूर्य मंत्रों का जाप करें।

चैती छठ के चौथे दिन उगते सूर्य को अर्घ्य

चैती छठ का चौथा दिन 4 अप्रैल को होगा।  इस दिन उगते सूर्य को अर्घ्य देने के बाद व्रत का पारण का होता है। उगते सूर्य को अर्घ्य सुबह 6 बजकर 08 मिनट पर किया जाएगा। इसके साथ ही 36 घंटे का कठिन व्रत समाप्त हो जाएगा और व्रती प्रसाद खाकर अपना व्रत खोलती हैं।

कर्मफल दाता शनि से 30 साल बाद मीन राशि में प्रवेश कर लिया है। इसके अलावा मीन राशि में पहले से ही शुक्र, बुध, सूर्य के साथ राहु विराजमान है। ऐसे में पंचग्रही राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस राजयोग का निर्माण होने से 12 राशियों के साथ-साथ देश-दुनिया पर काफी असर देखने को मिलने वाला है। लेकिन शनि के द्वारा मीन राशि में बना पंचग्रही योग इन तीन राशियों के लिए काफी लाभकारी सिद्ध हो सकता है। जानें इन राशियों के बारे में

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