Capricorn Horoscope August To December 2025: मकर राशि के जातकों के लिए अगले 5 माह काफी खास जाने वाले हैं, क्योंकि इस राशि के जातकों के ऊपर से शनि से लेकर मंगल तक की अशुभ दृष्टि हो चुकी है। साल 2025 के आरंभ में इस राशि में शनि की साढ़े साती चल रही थी जिसके कारण इस राशि के जातकों के जीवन में काफी उथल-पुथल मची होगी। मानसिक, शारीरिक परेशानियों से लेकर आर्थिक स्थिति बुरी होने से लेकर नौकरी, बिजनेस में भी काफी हानि हुई होगी। मान-सम्मान में कमी से लेकर परिवार के साथ अनबन और कोर्ट-कचहरी के मामलों में का सामना करना पड़ेगा। शनि के राशि परिवर्तन करते ही मंगल का नीच राशि में रहना और राहु के साथ पिशाच योग का निर्माण करना इस राशि के जातकों के लिए काफी परेशानियां लेकर आने वाला है। यह विश्लेषण आपकी चंद्र राशि के आधार पर किया जा रहा है। हालांकि, अगर आप मकर लग्न के हैं, तो ये राशिफल देख सकते हैं। आइए जानते हैं मकर राशि के जातकों के लिए जुलाई से लेकर दिसंबर तक का समय कैसे बीतेगा…
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, इस राशि में ग्रहों की स्थिति की बात करें, तो शनि तीसरे भाव, राहु धन भाव, देव गुरु छठे भाव और केतु सातवें भाव में विराजमान है। इस साल इन ग्रहों की स्थितियां यही रहने वाली है। इसके अलावा अन्य ग्रह एक निश्चित अवधि के बाद राशि परिवर्तन करते रहेंगे जिसका असर इस राशि के जातकों पर शुभ-अशुभ पड़ सकता है।
बता दें कि साल की शुरुआत में शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में विराजमान थे, जिससे साढ़े साती चल रहा था। ऐसे में इस राशि के जातकों को कुछ नकारात्मक प्रभावों का सामना करना पड़ा होगा। लेकिन जाते-जाते शनि काफी कुछ देना चाहते थे। लेकिन जाने से पहले ही फरवरी माह में अपने पिता और शत्रु ग्रह सूर्य के साथ युति हो गई, जिससे इस राशि के जातकों को काफी कष्टों का सामना करना पड़ा होगा। 14 मार्च तक सूर्य-शनि की युति रहने से दोनों की ग्रह पीड़ित रहें। ऐसे में कोर्ट-कचहरी के मामलों से लेकर मान-सम्मान आदि में कमी देखने को मिली होगी। इसके साथ ही स्वास्थ्य पर भी बुरा असर पड़ा होगा। शनि को कर्म और लाभ का कारक माना जाता है। ऐसे में शनि के पीड़ित होने के साथ साढ़े साती होने से इस राशि के जातकों के कई बनते हुए काम धीरे-धीरे बिगड़ते चले गए होंगे। इसके साथ ही पैसों की तंगी का सामना करना पड़ा होगा। शनि की दृष्टि 11वें भाव पर पड़ रही थी, जिससे आय के कई स्त्रोत भी बंद हुए होंगे। 14 मार्च को ये युति समाप्त हो गई। इसके बाद 29 मार्च शनि मीन राशि में प्रवेश कर गए।
शनि के मीन राशि में जाते ही साढ़े साती से इस राशि को मुक्ति मिल गई। ऐसे में माना जा रहा था कि अब अच्छा वक्त धीरे-धीरे आएगा और जीवन में पटरी आ जाएगा। लेकिन शनि के मीन राशि में आते ही 18 मई तक राहु के साथ युति हुए, जिससे पिशाच योग का निर्माण हुआ। इस दुर्योग के निर्माण होने से जीवन में काफी परेशानियां आ गई होगी। तीसरे भाव में इस अशुभ योग के बनने से करियर से लेकर व्यापार में काफी बुरा असर देखने को मिला होगा। अचानक से नौकरी में ऐसी जगह आपका ट्रांसफर कर दिया होगा जहां आप जाना नहीं चाहते हैं। इसके साथ ही समाज में मान-सम्मान की कमी से लेकर मित्र, परिवार, पड़ोसियों से संबंध खराब हुए होंगे। वैवाहिक जीवन में भी खुशियों की कमी देखने को मिली होगी। आमदनी में कमी से लेकर स्वास्थ्य पर बुरा असर देखने को मिला होगा। किस्मत का बिल्कुल भी साथ नहीं मिला होगा। कोई बुरी घटना का भी सामना करना पड़ा होगा। जब शनि और राहु की दृष्टि लाभ के भाव पर पड़ी और शनि की दृष्टि 12वें भाव पर पड़ी, तो आय के स्त्रोत में काफी परेशानी आई होगी। विदेश से मिलने वाले लाभ या फिर वहां जाने का सपना अधूरा रह गया है। 18 मई को राहु कुंभ राशि में प्रवेश कर गए, जिससे ये दुर्योग योग समाप्त हो गया।
जहां एक तरफ शनि-राहु का पिशाच योग समाप्त हुआ, तो दूसरी ओर ग्रहों के सेनापति मंगल भी अपनी नीच राशि कर्क में जून माह तक विराजमान रहें और ऐसे में इस राशि के जातकों पर काफी बुरा असर पड़ा होगा। मंगल के कारण लड़ाई-झगड़े, युद्ध, क्रोध, उग्रता, जल्दबाजी में निर्णय लेने से लेकर दुर्घटना का सामना करना पड़ा होगा। व्यवसाय को लेकर के नौकरी से संबंधित जल्दबाजी में कोई इस तरह का आपने निर्णय लिया होगा जिससे आपको बड़ा नुकसान हुआ होगा। इसके अलावा खून से संबंधित किसी बीमारी का सामना करना पड़ा होगा।
अब आप सोच रहे होंगे कि आने वाले कुछ माह आपके लिए अच्छे होंगे कि नहीं, तो बता दें कि अब आपका जीवन पटरी में धीरे-धीरे आ सकता है। आपके द्वारा की जा रही मेहनत का आपको फल मिल सकता है। इसके साथ ही मन स्थिर रहेंगा। टाइम को लेकर एकदम पंक्चुअलिटी रहेंगे, जिससे आपको काफी लाभ मिल सकता है। लंबे समय से अटके काम एक बार फिर से आरंभ हो सकते हैं।
राहु धन के भाव में है और उनकी दृष्टि आठवें भाव पर पड़ रही है। ऐसे में आपको अचानक धन लाभ हो सकता है। किसी को दिया हुआ या फिर डूबा हुआ पैसा वापस मिल सकता है। गुरु भी आपके दशम भाव में दृष्टि डालेंगे, जिससे आपके करियर में काफी अच्छी ग्रोथ देखने को मिल सकती है। विदेश जाने का सपना पूरा हो सकता है। इसके अलावा विदेश में नौकरी या फिर व्यापार करने की इच्छा पूरी हो सकती है। आर्थिक स्थिति अच्छी रहने वाली है। इसके साथ ही धन संचित कर पाने में सफल होंगे।
शुभ परिणामों के लिए करें ये उपाय
- मकर राशि के स्वामी शनि हैं और वह आपकी कुंडली में अच्छी स्थिति में है। ऐसे में शनि से संबंधित उपाय करना लाभकारी हो सकता है। इसके अलावा राहु-केतु से संबंधित उपाय करना लाभकारी होगा।
- शनिवार के दिन शाम के समय राहु, केतु और शनि के बीज मंत्रों का जाप करें।
- शनिवार को शनि मंदिर में जाकर सरसों के तेल का दीपक जलाएं या फिर फिर पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं।
- कुंडली में मंगल की स्थिति मजबूत करने के लिए हनुमान जी की पूजा करें।
- मंगलवार के दिन हनुमान जी को चोला या फिर सिंदूर चढ़ाना शुभ होगा।
- मंगलवार को हनुमान चालीसा का पाठ करें।
डिसक्लेमर- इस लेख को विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।
