Shaniwar Ke Upay: वैदिक ज्योतिष के अनुसार शनि देव एक क्रूर ग्रह की श्रेणी में आते हैं। शनि देव को कलयुग में न्याय के देवता की भी उपाधि प्राप्त है। जिन राशियों के जातकों पर शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या रहती हैं। उन्हें शनि देव अधिक पीड़ा देते हैं। व्यवसाय में घाटा, नौकरी में पेरशानी आदि समस्याएं आती हैं।
ज्योतिष शास्त्र में शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत के लिए कई उपाय बताए गए हैं। मान्यता है कि इन उपायों को करने से जातक को शनि देव पीड़ा नहीं देते हैं और उसे चल रही परेशानियों से भी राहत मिल जाती है। आइए जानते हैं कि वह कौन के उपाय हैं, जिन्हें करने से शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या से राहत मिलने की मान्यता है।
शनि की साढ़ेसाती से राहत के लिए करें हनुमान जी की पूजा
माना जाता है कि जिन जातकों पर शनि देव की साढ़ेसाती और ढैय्या चल रही है। उन्हें शनिवार के दिन हनुमान जी की विधि-विधान से पूजा करनी चाहिए। घर पर या किसी मंदिर में हनुमान चालीसा और सुंदरकांड का पाठ करना चाहिए। मान्यता के अनुसार ऐसा करने से शनि देव के कष्ट से राहत मिलती है।
शनि देव की शांति के उपाय
शनि देव की शांति के लिए शनिवार को शनि देव की पूजा करें। शाम के समय शनिवार के दिन शनि मंदिर में सरसों के तल का दीपक जलाएं और काले तिल का दान करें। शनिवार के दिन सात मुखी रूद्राक्ष को गंगा चल में धोकर धारण करें।
शनि देव की शांति के लिए करें दान
शनि देव की शांति के लिए काले रंग के कपड़े का दान करें। कुत्ते और गाय को रोटी खिलाने से शनि देव के कष्ट से जातकों को मुक्ति मिलती हैं। शनिवार के दिन पीपल के पेड़ में जल अर्पित करें। शनिवार के दिन शराब आदि का सेवन न करें। ऐसी मान्यता है कि शनिवार के दिन मदिरा आदि का सेवन करने से शनि देव नाराज हो जाते हैं।
शनि देव की शांति के लिए रखें व्रत
शनि देव की शांति के लिए शनिवार को व्रत रखने की भी मान्यता है। ऐसा माना जाता है कि शनिवार के दिन व्रत रखने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है।साथ ही शनि देव के प्रकोप से भी राहत मिलती है।