वैदिक ज्योतिष के मुताबिक व्यक्ति की कुंडली में 9 ग्रह विराजमान होते हैं। जिसमें से कुछ ग्रह शुभ स्थित होते हैं तो कुछ ग्रह अशुभ स्थित होते हैं। आपको बात दें कि अशुभ ग्रह अपना बुरा असर व्यक्ति की लाइफ पर जीवनभर डालते हैं। इसलिए इन ग्रहों की शांति जरूरी होती है। यहां हम बात करने जा रहे हैं बुद्धि और व्यापार के दाता बुध ग्रह के बारे में।
आपको बता दें कि अगर जन्मकुंडली में बुध ग्रह अशुभ विराजमान हों तो बिजनेस में घाटा और व्यक्ति को वाणी से संबंधित परेशानियों का सामना करना पड़ता है। पीड़ित बुध जातक को दिमागी रूप से कमज़ोर बनाता है। उसे चीज़ों को समझने में दिक्कत होती है। पीड़ित बुध के प्रभाव से व्यक्ति को क़ारोबार में हानि होती है। व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता आती है। ज्योतिष शास्त्र में बुध ग्रह के कई उपायों के बारे में बताया गया है। जिनको करने से बुध ग्रह के अशुभ प्रभावों को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं इन उपायों के बारे में…
इन लोगों के साथ रखें अच्छे संबंध
ज्योतिष अनुसार यदि व्यक्ति की जन्मकुंडली में बुध ग्रह कमजोर हो या अशुभ स्थित हो तो व्यक्ति को अपनी बेटी, बहन, बुआ और साली से हर संभव अच्छे संबंध बना कर चलने होंगे क्योंकि ये खुश रहेंगी तो आपके जीवन के संकट कम हो सकेंगे।
धारण करें ये रुद्राक्ष
वैदिक ज्योतिष अनुसार जिन लोगों का जन्मकुंडली बुध ग्रह कमजोर या अशुभ स्थित हो तो उन्हें चार मुखी रुद्राक्ष धारण करना चाहिए। ऐसा करने से उनको बुध ग्रह से संबंधित परेशानियों से छुटकारा मिलेगा।
गाय को खिलाएं हरा चारा
बुधवार के दिन सूर्यास्त होने से पहले गाय को हरा चारा खिलाएं। ऐसा करने से आपको बुध ग्रह का आशीर्वाद प्राप्त होगा।
दान करें ये चीज
वैदिक ज्योतिष अनुसार बुधवार के दिन जरुरतमंद लोगों को हरी मूंग की दाल, साग, पालक या कोई भी हरा खाद्य पदार्थ दान करें। ऐसा करने से बुध ग्रह की नकारात्मकता कम होगी।
इस स्त्रोत का करें पाठ
अगर आपकी जन्मकुंडली में बुध ग्रह अशुभ स्थित हों तो रोजाना बुध स्तोत्र का पाठ करें। अगर रोज पाठ न कर पाएं तो बुधवार को जरूर करें। अपने हाथ में या गले में हरे रंग का धागा पहनें।