Jyotish Remedies for Vani Dosh and Budh Grah: ज्योतिष शास्त्र में यह बताया गया है कि वाणी दोष और त्वचा के रोग होने का सबसे बड़ा कारण कुंडली में बुध की स्थिति का ठीक ना होना है। कहते हैं कि बुध ग्रह के उच्च स्थिति में ना होने पर इस तरह के योग बनते हैं जिससे व्यक्ति को बाल, त्वचा और वाणी से संबंधित रोग-दोष सहने पड़ते हैं।

क्या है वाणी दोष – ज्योतिष शास्त्र में वाणी दोष (Vani Dosh Kya Hota Hai) उस स्थिति को कहा जाता है जब किसी व्यक्ति की सामान्य बातों को भी बहुत बुरा माना जाए। कहते हैं कि जिस कुंडली में वाणी दोष होता है, उसकी अच्छी बातें भी समाज को गलत लगने लगती हैं। बताया जाता है कि ऐसा व्यक्ति किसी को अपनी सच्चाई भी बताता है तो उसे झूठा और गलत साबित कर दिया जाता है।

मान्यता है कि वाणी दोष लगने पर व्यक्ति में किसी से बातचीत करने का आत्मविश्वास खत्म हो जाता है। ऐसे लोग गलत साबित हो जाने के डर से किसी से बात करने में हिचकिचाते हैं। वाणी दोष लगने पर व्यक्ति बहुत कम लोगों का प्रिय बन पाता है। उसे ज्यादातर लोगों से नकारात्मक प्रतिक्रियाएं मिलती हैं।

रोग-दोष से कैसे पाएं मुक्ति – बुध ग्रह से प्रभावित होने की वजह से व्यक्ति को इस प्रकार के रोगों और दोषों को सहना पड़ता है। इसलिए इससे बचने के लिए ज्योतिष शास्त्र में बताए गए बुध ग्रह के उपायों (Budh Grah Ke Upay) को अपनाया जा सकता है। कहते हैं कि बुध ग्रह के उपाय करने से बहुत जल्द बुध ग्रह उच्च स्थिति में आ सकता है, जिससे बुध से मिलने वाले नकारात्मक प्रभावों से भी बचा जा सकता है। ज्योतिष शास्त्र के विद्वानों का मानना है कि बुध ग्रह के उपाय बुधवार को किए जाएं तो और अधिक फलदायक साबित हो सकते हैं।

बुधवार के उपाय (Budhvaar Ke Upay)
बुआ को खट्टी-मीठी गोलियां या गोलगप्पे खिलाएं।
8 साल से छोटी कन्याओं को हरे रंग के वस्त्र, चूड़ियां या हरे रंग का श्रृंगार दान करें।
अपने हाथ में हरे रंग का धागा पहनें।
बुधवार के दिन हरे रंग के वस्त्र पहनें और संभव हो तो दान भी करें।
पढ़ाई करने वाले बच्चों को किताबें दान करें।
गरीब और जरूरतमंदों को हरे रंग का भोजन करवाएं।
बुध ग्रह के मंत्रों का जाप करें।