Budh Ast 2023: वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, जून माह बुध ग्रह के लिए काफी खास है, क्योंकि इस माह दो बार राशि परिवर्तन करने के साथ-साथ अस्त भी होने वाले हैं। जहां 7 जून को बुध वृषभ राशि में प्रवेश करने वाले हैं। वहीं, 19 जून को बुध इसी राशि में अस्त होने वाले हैं। बुध 19 जून, 2023 की सुबह 7 बजकर 16 मिनट पर वृषभ राशि में अस्त होने जा रहे हैं।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर कुंडली में बुध मजबूत है, तो बुद्धि तेज होने के साथ उत्तम स्वास्थ्य मिलता है। वहीं अगर बुध अस्त हो रहे हैं, तो इसका अर्थ है कि करियर, सेहत और आर्थिक स्थिति आदि के मामलों में असर पड़ सकता है। बुध के अस्त होने से जून माह के अंत तक कुछ राशियों को नौकरी, कारोबार आदि में परेशानियां खड़ी हो सकती है। आइए जानते हैं कि बुध के अस्त होने से किन राशियों को संभलकर रहने की जरूरत है।

बुध अस्त का वृषभ राशि पर प्रभाव

बुध इस राशि में पहले भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। अधिक खर्च बढ़ने के साथ-साथ पारिवारिक, मानसिक के साथ आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। इसलिए थोड़े चिंतित रह सकते हैं। कड़ी मेहनत करने के बावजूद सफलता हासिल नहीं हो पाएं। नौकरीपेशा लोगों को पदोन्नति, इंक्रीमेंट की उम्मीद में पानी फिर सकता है। इसके साथ ही बेवजह खर्च से परेशान रह सकते हैं।  वैवाहिक जीवन में भी थोड़ी परेशानियों का सामना भी करना पड़ सकता है। इसके साथ ही स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सतर्क रहने की जरूरत है।

बुध अस्त का कर्क राशि पर प्रभाव

कर्क राशि में ग्यारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में इस राशि के जातकों को नौकरी, कारोबार में थोड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। पदोन्नति, इंक्रीमेंट में भी रुकावट आ सकती है। वहीं बिजनेस की बात करें, तो थोड़ा नुकसान होने की आशंका है। इसके साथ ही आर्थिक स्थिति पर बुरा असर पड़ सकता है। सेविंग बिल्कुल भी नहीं होगी। लव लाइफ में भी परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

बुध अस्त का सिंह राशि पर प्रभाव

सिंह राशि में बुध दसवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में इस राशि के लिए भी ये अस्त होना प्रतिकूल साबित हो सकता है। किस्मत आपसे रुठी रह सकती है। इसलिए किसी भी चीज में कामयाब होने के लिए एक प्लानिंग जरूर बनाएं। बिजनेस की बात करें, तो मेहनत का पूरा फल नहीं मिलेगा। लक्ष्य को पाने में कई मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आर्थिक स्थिति पर भी प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है।