ज्योतिष के अनुसार मई का महीना बेहद खास है। इस महीने कई प्रमुख व्रत एवं त्योहार पड़ रहे हैं। इसके साथ ही साल का पहला चंद्र ग्रहण भी इस माह में लगने जा रहा है, जो एक प्रमुख खगोलीय घटना है और इसका न केवल ज्योतिष में बल्कि सनातन धर्म में भी अधिक महत्व होता है।
इसके साथ ही मई माह में बुध ग्रह की चाल में भी कई प्रकार के परिवर्तन देखने को मिलेंगे। ज्योतिष में बुध को लेखन, व्यापार, बुद्धि, कम्युनिकेशन, गणित आदि का कारक माना गया है। ज्योतिष के जानकारों के मुताबिक जब भी कोई ग्रह अपना राशि परिवर्तन करता है तो उसका प्रभाव देश-दुनिया के साथ-साथ सभी राशियों पर देखने को मिलता है।
10 मई को शुक्र की वृषभ राशि में बुध वक्री होते हुए अपनी उल्टी चाल चलेंगे। ज्योतिष के अनुसार सभी नौ ग्रहों में सबसे अधिक बुध ग्रह वक्री करते हैं। आमतौर पर एक वर्ष में वे 3 से 4 बार अपना वक्री करते हुए सभी राशियों को प्रभावित करते हैं। वहीं 10 मई को वृषभ में वक्री के बाद 13 मई को उसी वृषभ राशि में अस्त हो जाएंगे। बुध ग्रह का अस्त होना शुभ फलदायी नहीं माना जाता है।
वृषभ राशि में बुध होंगे अस्त: भारत के समय के अनुसार बुध ग्रह 13 मई की सुबह 12 बजकर 56 मिनट पर वृषभ राशि में अस्त होंगे और फिर इसी माह के अंत यानि 30 मई 2022 को वृषभ में ही अपनी सामान्य अवस्था में वापस आ जाएंगे। इससे कई राशियां प्रभावित होगी।
मिथुन राशि: इस राशि के बारहवें भाव में बुध अस्त होंगे। जिसके कारण इस दौरान कई सारी परेशानियां हो सकती हैं। जातकों को पहले से अधिक मेहनत करनी पड़ सकती है। घर-परिवार में वाद विवाद की संभावना है। साथ ही सेहत को लेकर सतर्क रहें। कोई भी कठिनाई आए खुद को दिमागी तौर पर शांत रखते हुए उसे हल करने की कोशिश करें। बुधवार के दिन गौ सेवा करें और गाय को हरी घास या पालक खिलाएं।
कर्क राशि: इया राशि के ग्यारहवें भाव में बुध अस्त हो रहे हैं। ऐसे में कार्यस्थल पर कई प्रकार की कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। यहां तक की विवाद होने की भी संभावना है। प्रमोशन पाने वाले जातकों को अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपके संबंध अच्छे बनाकर रखने होंगे। पारिवारिक तनाव के कारण आपके मानसिक तनाव में वृद्धि संभव है। सेहत को लेकर विशेष ध्यान रखें। बुधवार के दिन हरे वस्त्र पहनें और गरीब व ज़रूरतमंद विधार्थियों को शिक्षा की सामग्री भेट करें।
कन्या राशि: इस राशि के नौवें भाव में बुध अस्त होंगे, जिससे आपको किसी भी क्षेत्र में सफलता के लिए अधिक मेहनत करनी पड़ेगी। व्यापार करने वाले जातकों को लेन-देन के मामले में सतर्क रहना होगा। साथ ही निजी जीवन में कोई पुरानी बात विवाद का कारण बन सकती है। हर परिस्थिति में धैर्य रखें। सेहत की बात करने तो कोई बड़ी समस्या आपको परेशान नहीं करेगी रोजाना “विष्णु सहस्रनाम” का पाठ करें।
वृश्चिक राशि: वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह समय बहुत बाधाओं से भरा हुआ हो सकता है। चूंकि बुध सातवें भाव में अस्त होंगे, ऐसे में नौकरीपेशा जातकों को इस अवधि में पहले से अधिक सावधान होकर कोई भी कार्य करने की जरूरत है। पारिवारिक संबंधों में उतार चढ़ाव देखने को मिल सकता है। हर बुधवार 108 बार “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
मकर राशि: इस राशि के जातकों के करियर में आपके विकास की रफ़्तार कुछ धीमी पड़ सकती है। चूंकि आपकी राशि में बुध पांचवें भाव में अस्त होंगे, जिसके चलते नौकरीपेशा जातक अपना अच्छा प्रदर्शन देने में असमर्थ रहेंगे, तो वहीं ख़ुद के व्यवसाय से जुड़े जातकों को भी व्यवसाय में विस्तार करने में कई समस्याओं से सामना करना पड़ सकता है। रोजाना कम से कम एक बार हनुमान चालीसा का पाठ करें।
मीन राशि: मीन राशि के जातकों के लिए नौकरी में बदलाव देखने को मिल सकते हैं। इस दौरान किसी बड़ी यात्रा पर जाने का अवसर मिलेगा, चूंकि बुध तीसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में यात्रा आपके लिए प्रतिकूल सिद्ध होगी। संभव हो तो करियर से संबंधित अभी हर प्रकार की यात्रा को करने से बचें। व्यक्तिगत जीवन में किसी से भी बातचीत करते समय कठोर वाणी का प्रयोग करने से बचें। बुधवार के दिन घर की महिलाओं को हरी वस्तुएं उपहार में भेंट स्वरूप दें।