Balkeshwar Mahadev Temple Agra: आगरा  का नाम लेते ही सबसे पहले दिमाग में ताजमहल का चित्र ही सामने आते हैं। लेकिन शायद आपको यह नहीं पता है कि आगरा कई फेसम शिव मंदिरों से भी घिरा हुआ है। कैलाश महादेव, मनकामेश्वर, राजेश्वर महादेव, पृथ्वीनाथ के अलावा बल्केश्वर नाम से एक मंदिर काफी फेमस है। हर एक मंदिर की अपनी एक खासियत है, जो उसे प्रसिद्ध बनाती है।  

बल्केश्वर मंदिर की बात करें, तो इसे करीब 700 साल पुराना माना जाता है।  यमुना तट पर स्थित बल्केश्वर मंदिर को लेकर मान्यता है कि लगातार 40 दिनों तक बाबा के दर्शन करने से व्यक्ति हर इच्छा पूरी हो जाती है। जानिए इस मंदिर के बारे में सबकुछ।

बल्केश्वर महादेव मंदिर (Photo- Facebook/balkeshwarmahadev)

बेलपत्र के जंगलों के बीच मिला था शिवलिंग

माना जाता है कि करीब 700 साल पहले ये शिवलिंग प्रकट हुआ था। माना जाता है कि जिस स्थान में आज जहां मंदिर है। पहले वहां पर बेलपत्र का जंगल हुआ करता था। ऐसे में जब बेलपत्र का जंगल काटा गया, तो महादेव की शिवलिंग दिखाई दी थी। बेलपत्र के घने जंगल में मिलने के कारण इसका नाम बल्केश्वर नाम रखा गया। कहा जाता है कि राजा भोज से इन मंदिर का निर्माण कराया था।

सावन में होती है 70 कोस की परिक्रमा

श्रावण मास में बल्केश्वर मंदिर को देखने लायक होता है। रोजाना शिवलिंग का श्रृंगार किया जाता है। इसके साथ ही यहां पर सावन में मेला भी लगता है। इसके साथ ही 70 कोस की परिक्रमा भी इसी मंदिर से शुरू होती है। ये परिक्रमा कैलाश और पृथ्वीनाथ मंदिर से होकर बल्केश्वर मंदिर में विश्राम लेती है। माना जा रहा है कि 70 कोस की ये परिक्रमा सदियों से ऐसे की जा रही है। इसके होने के पीछे एक कारण माना जाता है। मान्यता है कि देश में एक बार प्लेग की बीमारी फैली हुई थी। बीमारी से बचने के लिए मंदिर की परिक्रमा लगाई गई थी। जब ये परंपरा ऐसे ही लगातार चली आ रही है।

कैसे पहुंचे मंदिर

बल्केश्वर मंदिर ताजमहल से करीब 7 किलोमीटर दूर स्थित है। आगरा-फिरोजाबाद हाईवे से सीधे मंदिर के लिए ट्रांसपोर्ट मिल जाता है।