Surya Puja: हिंदू धर्म में वैशाख का माह काफी खास होता है। इस पर्व को सिख समुदाय के लोग बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। जब सूर्य मेष राशि में प्रवेश करते हैं, तो बैसाखी का पर्व मनाया जाता है। इस दिन सूर्य देव की उपासना करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। इस साल बैसाखी का पर्व 14 अप्रैल को मनाया जा रहा है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर मास सूर्य किसी न किसी राशि में प्रवेश करते हैं। इसे संक्रांति के नाम से जानते हैं। वहीं, 14 अप्रैल को मेष संक्रांति पड़ रही है। मान्यता है कि सूर्य अपनी उच्च राशि यानी मेष राशि में प्रवेश करते हैं, तो इस समय पूजा करने से व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति तेज होती है। इसके साथ ही सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। जानिए किन तरीकों से करें सूर्य को अर्घ्य।
शास्त्रों के अनुसार, सूर्य देव को अर्घ्य देने के विभिन्न तरीके बताए गए हैं। जिन्हें करके व्यक्ति मान-सम्मान, रात सत्ता, आरोग्य पा सकता है। इसके साथ ही कुंडली में सूर्य की स्थिति को मजबूत कर सकता है।
कुंडली में सूर्य की स्थिति मजबूत करने के लिए
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में सूर्य की स्थिति कमजोर है, तो वैसाखी के साथ-साथ नियमित रूप से एक लोटा तांबे का लेकर उसमें जल, सिंदूर, अक्षत और लाल फूल डालकर अर्घ्य देना चाहिए। ऐसा करने से सुख-समृद्धि की भी प्राप्ति होती है।
लाल चंदन से सूर्य को अर्घ्य
कई बार बनते-बनते काम बिगड़ जाते हैं। इसके साथ ही आप चाहते हैं कि हर क्षेत्र में सफलता हासिल हो, तो इसके लिए तांबे के लोटे में जल के साथ थोड़ा सा लाल चंदन डाल लें। इसस सूर्य देव का अर्घ्य करने से व्यक्ति को सुख-शांति, के साथ दरिद्रता से छुटकारा मिल जाता है।
काली मिर्च से से सूर्य को अर्घ्य
अगर आप चाहते हैं कि कानूनी मामलों, जमीन-जयदाद संबंधी मामलों में आपको ही सफलता हासिल हो। इसके साथ ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे छात्रों को सफलता हासिल हो,तो इसके लिए भगवान सूर्य को अर्घ्य देने के लिए तांबे के लोटे में जल में काली मिर्च का पाउडर या खड़ी काली मिर्च डालकर अर्घ्य करें। ऐसा करने से अवश्य की हर क्षेत्र में सफलता हासिल होगी।
बेलपत्र से अर्घ्य
भगवान शिव के साथ-साथ सूर्य देव को भी बेल पत्र अर्पित करना शुभ माना जाता है। अगर घर में कोई व्यक्ति अधिक बीमार रहता है। एक बीमार छोड़ती नहीं है कि दूसरी पकड़ लेती है, तो सूर्य देव को बेल पत्र से अर्घ्य देना लाभकारी सिद्ध होगा। तांबे के लोटे में जल के साथ बेलपत्र भी डालकर अर्घ्य दें। इसके साथ ही परिवार के सदस्यों के अच्छे स्वास्थ्य की कामना कर रहें।
