Shri Hit Premanand Govind Sharan Ji Maharaj: प्रेमानंद महाराज वृंदावन में रहते हैं। साथ ही वह राधा रानी को अपनी इष्ट मानते हैं। साथ ही वह साथ ही वह सत्संग के माध्यम से लोगों का मार्गदर्शन करते हैं और जीवन जीने की कला सिखाते हैं। वहीं लोगों को भगवान का नाम जप करने के लिए प्रेरित करते हैं। आपको बता दें कि महाराज जी के प्रवचन सोशल मीडिया पर बहुत प्रचलित हो रहे हैं, जिससे महाराज जी के फॉलोअर रोज बढ़ रहे हैं। वहीं प्रेमानंद महाराज जी के सत्संग में कई सिलिब्रिटी पहुंचे हैं। जिसमें अनुष्का शर्मा, विराट कोहली, ग्रेट खली, सिंगर बीपार्क और आसएसएस प्रमुख मोहन भागवत का नाम शामिल है।वहीं अभी हाल में अभिनेता आशुतोष राणा ने महाराज जी से भेंट की थी। साथ ही कई बड़े संत भी महाराज जी से वृंदावन में जाकर भेंट कर चुके हैं। वहीं महाराज जी भक्तों को श्रीजी का प्रसाद देते हैं। प्रेमानंद जी महाराज ने 13 साल की उम्र में ही दीक्षा ले ली थी और संत बन गए थे। वृंदावन आने से पहले, वे ज्ञानमार्गी संन्यासी थे और काशी में रहा करते हैं।
आपको बता दें कि महाराज जी का एक वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें एक भक्त उनसे पूछ रहा है कि क्या कोई व्यक्ति या संत किसी व्यक्ति मन की बात पढ़ सकता है। जिस पर प्रेमानंद महाराज जी उत्तर दे रहे हैं कि ऐसी सिद्धियां होती हैं, जिससे आप किसी व्यक्ति के मन की बात पढ़ सकते हैं। इसके लिए मंत्रों को सिद्ध करना पड़ता है। साथ ही इन सिद्धियों की ताकत से आप किसी भी व्यक्ति का नाम और पता बता सकते हैं।
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आगे महाराज जी कहते हैं लेकिन इन सब सिद्धियों को प्राप्त करने वाला भगवान को प्राप्त नहीं कर सकता है। इसलिए कभी भी भगवान को प्राप्त करने वाले व्यक्ति में आपको ये सब सिद्धियां नहीं दिखेंगी। क्योंकि वह पुरुष एकदम शांत और साधारण होता है। इसलिए जो सिद्ध संत होते हैं वो भगवान के प्रेम में डूबे रहते हैं। इन सिद्धियों के चक्कर में नहीं पड़ते हैं। क्योंकि ये सिद्धियां तो थोडे़ से भजन करने में आ जाती हैं। महाराज जी ने कहा कि ये जीवन भगवान के दर्शन के लिए है न कि किसी व्यक्ति के मन की बात जानना।
जानिए कौन हैं संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज
संत श्री हित प्रेमानंद गोविंद शरण महाराज कानपुर जिले के रहने वाले हैं। साथ ही इन्होंने काफी छोटी उम्र में सन्यास ग्रहण कर लिया था और ये काशी चले गए थे। इनके पिता का नाम शंभू पांडेय है, माता का नाम राम देवी हैं। वहीं महाराज जी के गुरु जी का नाम श्री गौरंगी शरण जी महाराज है।
