Magh Purnima 2022: माघ मास की पूर्णिमा को माघ पूर्णिमा कहते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार 27 नक्षत्रों में एक मघा से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति हुई है। पौराणिक कथाओं के मुताबिक माघ पूर्णिमा पर खुद भगवान विष्णु गंगाजल में वास करते हैं। इसलिए इस दिन गंगा स्नान का खास महत्व है। इस बार माघ पूर्णिमा 16 फरवरी यानि बुधवार को मनाई जाने वाली है। साथ ही प्रयागराज में एक महीने तक चलने वाला कल्पवास का समापन भी माघ पूर्णिमा के दिन ही होता है। आइए जानते हैं स्नान का शुभ मुहूर्त, महत्व और मां लक्ष्मी को प्रसन्न करने के उपाय..
माघ पूर्णिमा का क्या है महत्त्व?
माघ पूर्णिमा के महत्त्व का उल्लेख पौराणिक ग्रन्थों में मिलता है। जिसके मुताबिक इस दिन देवता अपना रूप बदलकर गंगा स्नान के लिए प्रयागराज आते हैं। जो श्रद्धालु प्रयागराज में एक महीने तक कल्पवास करते हैं उसका समापन माघ पूर्णिमा के दिन ही होता है। कल्पवास करने वाले सभी श्रद्धालु माघ पूर्णिमा पर गंगा माता की पूजा-अर्चना कर साधू, संतों और ब्राह्मणों को आदर से भोजन कराते हैं। मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन गंगा में स्नान करने से शरीर के रोग नष्ट होते हैं।
स्नान का शुभ मुहूर्त:
बता दें कि हिंदू पंचाग के अनुसार माघ पूर्णिमा के दिन स्नान दान करने का शुभ मुहूर्त 16 फरवरी को सुबह 9 बजकर 42 मिनट से रात 10 बजकर 55 मिनट तक है। स्नान के बाद दान करना खासा फलदायी होता है। ज्योतिष के अनुसार माघ पूर्णिमा को कर्क राशि में चंद्रमा और आश्लेषा नक्षत्र की युति होने से शोभन योग बन रहा है। ये योग काफी शुभ माना गया है। (यह भी पढ़ें)- अपना काम निकालने में माहिर मानीं जातीं हैं, इन 3 राशि की लड़कियां, बातचीत में होतीं हैं बेहद एक्सपर्ट
मां लक्ष्मी को प्रसन्न करके के उपाय:
- माघ पूर्णिमा के दिन तुलसी के पौधे की पूजा भी करनी चाहिए। मां लक्ष्मी का घर में स्वागत करने के लिए पूर्णिमा की सुबह-सुबह स्नान कर तुलसी को भोग, दीपक और जल अवश्य चढ़ाएं। ऐसा करने पर मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है।
- पूर्णिमा पर माता लक्ष्मी के मंत्र का जाप भी करना चाहिए। पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी की मूर्ति पर 11 कौड़ियां चढ़ाकर उन पर हल्दी से तिलक करें, अगले दिन सभी कौड़ियों को एक लाल कपड़े में बांधकर तिजौरी में रख दें। ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा आप पर हमेशा बनी रहती है।
- शास्त्रों के अनुसार इस दिन पीपल के वृक्ष में लक्ष्मी का आगमन होता है। ऐसे में स्नान करके सुबह पीपल पर जल चढ़ाएं और पूजा करें, इससे मां लक्ष्मी सभी कष्टों को दूर करती हैं।
- माघ पूर्णिमा के दिन मां लक्ष्मी को खीर का भोग लगाएं और पूजा के बाद मंत्रों का जाप आदि करें। (यह भी पढ़ें)- साप्ताहिक राशिफल, 14 फरवरी से 20 फरवरी 2022: ग्रहों के राजा सूर्य देव ने किया गोचर, तुला और कुंभ वालों को धनलाभ के बन रहे संयोग, जानिए आपके लिए कैसा रहेगा ये हफ्ता
