August Birthstones: अगस्त माह की शुरुआत हो चुकी है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, अगस्त माह को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। वहीं इस माह जन्म लेने वाले लोग काफी खास होते हैं। यह लोग शारीरिक और मानसिक रूप से काफी मजबूत होते हैं। इसके साथ ही यह कॉन्फिडेंट से भरपूर होते हैं। यह हर क्षेत्र में सफलता पाते हैं। इसके साथ ही अपने शब्दों से हर किसी को अपना बना लेते हैं। इस माह में जन्मे लोग काफी चतुर होते हैं। रत्न शास्त्र के अनुसार, जन्म की तिथि या फिर कुंडली में ग्रहों की स्थिति को देखकर रत्न धारण किया जाता है। ऐसे में ही जिन लोगों का जन्म अगस्त माह में हुआ हो, तो वह लोग पेरिडॉट रत्न धारण कर सकते हैं। इसे मनी और लकी स्टोन भी कहा जाता है। जानिए कौन-कौन इस रत्न को धारण कर सकता है। इसके साथ ही जानें इसे पहनने का सही तरीका।
क्या है पेरिडॉट रत्न?
रत्न शास्त्र के अनुसार, पेरिडॉट रत्न पन्ना का उपरत्न होता है। इसके साथ ही यह रत्न बुध ग्रह से संबंधित होता है और तुला राशि का माना जाता है। यह रत्न वजन में हल्का, पारदर्शी, चिकना और हरे रंग का होता है।
किन्हें पहनना चाहिए पेरिडॉट रत्न?
- रत्न शास्त्र के अनुसार, अगस्त माह में जन्मे जातकों के लिए पेरिडॉट रत्न काफी लाभकारी सिद्ध हो कता है। इस रत्न को धारण करने से अच्छी ऊर्जा प्राप्त होती है और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचाव होता है
- पेरिडॉट रत्न बुध और शुक्र ग्रह से संबंधित है। इसलिए जिन राशियों की कुंडली में इन दोनों की स्थिति नीच है, तो वह इस रत्न को धारण कर सकते हैं।
- अगस्त माह में जन्मे मिथुन, सिंह, कन्या, वृश्चिक और तुला राशि के लोग इस रत्न को अवश्य धारण करें।
- पन्ना रत्न अगर आपके लिए शुभ साबित नहीं हो रहा है, तो इसका उपरत्न पेरिडॉट रत्न धारण करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है।
पेरिडॉट रत्न पहनने से लाभ
- रत्न शास्त्र के अनुसार, इस रत्न को धारण करने से मानसिक तनाव से मुक्ति मिलती है। ऐसे में डिप्रेशन जैसी समस्याएं समाप्त हो जाती है।
- पेरिडॉट रत्न को लव रत्न भी कहा जाता है। ऐसे में अगर पार्टनर या फिर पति-पत्नी के बीच के संबंध को मजबूत बनाने के लिए इस रत्न को धारण करना चाहिए। इससे आपका रिश्ता और भी ज्यादा मजबूत होगा।
- अगर आपको अनिद्रा की समस्या है, तो पेरिडॉट रत्न को धारण करना शुभ साबित हो सकता है।
- पेरिडॉट रत्न को मनी स्टोन भी कहा जाता है। ऐसे में इस रत्न को धारण करने से आर्थिक स्थिति ठीक होती है।
- पेरिडॉट रत्न धारण करने से अटके हुए काम सुचारू रूप से शुरू हो जाते हैं।
पेरिडॉट रत्न धारण करने की विधि
रत्न शास्त्र के अनुसार, पेरिडॉट रत्न को बुधवार के दिन पहनना शुभ माना जाता है, क्योंकि यह रत्न बुध ग्रह से संबंधित होता है। इस रत्न को सोने या चांदी की अंगूठी या फिर माला आदि में डालकर गले में पहन सकते हैं। बुधवार के दिन इस रत्न को गले या फिर हाथ की अनामिका या कनिष्ठा उंगली में धारण करना चाहिए। धारण करते समय ‘ऊं सः शनैश्चराय नमः’ मंत्र को बोलना चाहिए।
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।