रोज सुबह जल्दी उठना, ऑफिस के लिए तैयार होना और समय से काम पर जाना सभी के लिए बोरिंग हो जाता है। ऐसे में कई बार हमारा काम में मन नहीं लगता है। साथ ही बेवजह का तनाव हावी रहता है और सीट पर बैठते ही बोरियत महसूस होने लगती है। इसकी वजह से कभी-कभी समय पर हमारा टास्क भी पूरा नहीं हो पाता है, जिसका नकारात्मक असर न सिर्फ हमारी परफॉर्मेंस बल्कि संस्था पर भी होने लगता है।
इसलिए जरूरी है काम करते समय बोरियत न महसूस हो। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा ही हो रहा है तो आपको अपने काम करने के तरीकों में कुछ बदलाव करने की जरूरत है। जनसत्ता डॉट कॉम से खास बातचीत में दिल्ली के न्यूमेरोलॉजिस्ट और न्यूमरोवाणी के फाउंडर सिद्धार्थ एस कुमार ने विस्तार से बताया की कैसे इस परेशानी से कैसे निजात पाया जा सकता है।
काम के नए तरीके ढूंढें और सकारात्मक सोचें
यदि आप किसी काम को एक ही तरीके से करके बोर हो चुके हैं, तो उसी काम को नए तरीके से करने के बारे में सोचें। काम को लेकर अपने विचार हमेशा सकारात्मक रखें। इतना काम है कैसे होगा, जैसी बातें सोचने के बजाय ये सोचें कि ये काम तो आसानी से हो जाएगा। इससे उस काम करने में आपका मन लगेगा और काम बोरिंग भी नहीं लगेगा।
क्रिस्टल थेरेपी से आएगा सकारात्मक बदलाव
प्रकृति ने हमें क्रिस्टल्स को अनोखा खजाना दिया है। अगर आप काम में ध्यान नहीं लगा पा रहे तो क्रिस्टल्स जैसे की सर्पेंटाइन, येलो क्वार्ट्ज़, रोज क्वार्ट्ज़ होने काम करने के टेबल पर रख सकते है। ये आपके आसपास एक सकरात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं और आपकी काम करने की क्षमता को बढ़ा देते हैं।
ऑफिस डेस्क को रखें साफ-सुथरा
वास्तु शास्त्र के अनुसार डेस्क पर कागज के ढेर या बिखरे हुए कागज काम की गुणवत्ता को प्रभावित करते हैं, नकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। अगर नकारात्मक ऊर्जा बढ़ेगी तो आपका काम पूरा नहीं होगा और आप तनाव में रहेंगे। इससे बचने के लिए अपने डेस्क को साफ-सुथरा रखें। वहां भगवान की एक छोटी सी फोटो लगाएं, इससे सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है।
लगातार काम करने के दौरान थोड़ा ब्रेक लें
लगातार 8-9 घंटे तक सीट से चिपके रहना भी बोरियत का कारण बन सकता है। इसलिए काम के बीच-बीच में थोड़ा ब्रेक लेकर अपने कलीग से इधर-उधर की बातें करें, उनके साथ चाय पियें। इसके बाद काम शुरू करेंगे तो आपको फ्रेश फील होगा और काम में भी मन लगेगा।
काम के बीच थोड़ा मनोरंजन भी है जरूरी
काम करते करते आप म्यूजिक भी सुन सकते हैं। म्यूजिक स्ट्रेस बस्टर का काम करता है। साथ ही मूड भी अच्छा कर देता है, जिससे आप दोगुनी एनर्जी से काम कर सकते हैं। म्यूजिक को आप अपने जन्म तारीख और नाम के अनुसार चुन कर म्यूजिक के प्रभाव को पांच गुनें तक बढ़ा सकते हैं| इन सब तरीकों को अपनाने के बाद भी यदि आपका काम में मन नहीं लग रहा है तो थोड़े दिन के लिए काम से छुट्टी लें और फैमिली या दोस्तों के साथ कहीं घूमने जाएं। इससे आपके दिमाग में से काम का टेंशन कम हो जाएगा। साथ ही आपका दिमाग बिल्कुल फ्रेश हो जाएगा और जब आप छुट्टी से लौट कर आएंगे तो नई ऊर्जा के साथ काम करेंगे।