Ashwin Masik Shivratri 2023: सनातन धर्म में मासिक शिवरात्रि का विशेष महत्व है। हर मास कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि के दिन मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जाता है। हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मासिक शिवरात्रि का व्रत रखा जा रहा है। आज के दिन भगवान शिव की विधिवत पूजा करने के साथ व्रत रखने की विधान है। मान्यता है कि इस दिन जो कुंवारी कन्या व्रत रखती हैं उन्हें मनवांछित वर की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही वैवाहिक जीवन के हर एक कष्ट से छुटकारा मिल जाता है। आइए जानते हैं मासिक शिवरात्रि का शुभ मुहूर्त, पूजा विधि और मंत्र।
आश्विन मास की मासिक शिवरात्रि 2023
हिंदू पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 12 अक्टूबर को शाम 07 बजकर 53 मिनट से शुरू हो गई है, जो 13 अक्टूबर रात 09 बजकर 50 मिनट प पर समाप्त होगी।
मासिक शिवरात्रि 2023 शुभ मुहूर्त
अश्विन मासिक शिवरात्रि पर शुभ मुहूर्त 12 अक्टूबर को रात 11 बजकर 43 मिनट से लेकर देर रात 12 बजकर 33 मिनट तक रहेगा।
मासिक शिवरात्रि पर बन रहा शुभ योग
हिंदू पंचांग के अनुसार, मासिक शिवरात्रि पर शुक्ल और ब्रह्म योग बन रहा है। शुक्ल योग सुबह 9 बजकर 30 मिनट तक रहेगा। इसके बाद ब्रह्म योग आरंभ हो जाएगा, जो 12 अक्टूबर को सुबह 10 बजकर 5 मिनट तक रहेगा।
मासिक शिवरात्रि 2023 पूजा विधि
सूर्योदय से पहले उठकर सभी कामों से निवृत्त होकर स्नान करके साफ-सुथरे वस्त्र पहनकर भगवान शिव का मनन करते हुए व्रत का संकल्प ले लें। इसके बाद भगवान शिव के साथ मां पार्वती की विधिवत पूजा कर लें। सबसे पहले शिवलिंग में जल, गंगाजल, दूध, दही, शहद आदि से स्नान कराएं। इसके बाद फूल चढ़ाने के साथ सफेद चंदन लगाएं। फिर बेलपत्र, धतूरा, भांग, आक के फूल, शमी की पत्तियां आदि अर्पित कर दें। इसके बाद भोग में मिठाई आदि चढ़ा दें और फिर घी का दीपक और धूप जलाकर शिव चालीसा, मंत्र के साथ मासिक शिवरात्रि व्रत कथा का पाठ कर लें। अंत में विधिवत आरती कर लें। दिनभर व्रत रखने के बाद शुभ मुहूर्त में दोबारा पूजा करके दूसरे दिन अपने व्रत का पारण कर लें।
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