Apara Ekadashi 2025, Tulsi Upay: हिंदू धर्म में एकादशी का विशेष महत्व है। हर साल कुल 24 एकादशी पड़ती है और हर एक एकादशी का अपना-अपना महत्व है। ऐसे ही ज्येष्ठ मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से जाना जाता है। इसे अचला एकादशी भी कहते हैं। इस दिन भगवान विष्णु का विधिवत पूजा करने के साथ-साथ व्रत रखने का विधान है। इसके साथ ही मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ तुलसी के पौधे की पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आइए जानते हैं अपरा एकादशी के दिन तुलसी के पौधे संबंधित कौन सा उपाय करना लाभकारी हो सकता है…
हिंदू धर्म के अनुसार, तुलसी भगवान विष्णु को अति प्रिय है। तुलसी दल के बिना वह भोग नहीं ग्रहण करते हैं। मान्यता है कि तुलसी के पौधे में मां लक्ष्मी का भी वास होता है। इसलिए नियमित रूप से तुलसी की पूजा करने के साथ एकादशी के दिन विधिवत तरीके से पूजा करना चाहिए।
अपरा एकादशी 2025 तिथि ? (Apara Ekadashi 2025 Date)
पंचांग के अनुसार, इस साल ज्येष्ठ माह में आने वाली कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 23 मई 2025 को प्रात: काल 01 बजकर 12 मिनट से आरंभ हो रही है, जो देर रात 10 बजकर 29 मिनट पर होगा। ऐसे में उदया तिथि के हिसाब से अपरा एकादशी का व्रत 23 मई 2025, शुक्रवार को रखा जाएगा।
अपरा एकादशी 2025 पारण का समय (Apara Ekadashi 2025 Paran Time)
अपरा एकादशी का पारण 24 मई को सुबह 05 बजकर 26 मिनट से सुबह 08 बजकर 11 मिनट तक कर सकते हैं।
अपरा एकादशी पर करें तुलसी संबंधित ये उपाय
तुलसी के पौधे में बांधे कलावा
अपरा एकादशी के दिन अपनी नाप के बराबर कलावा ले लें। इसके बाद अपनी कामना कहते हुए तुलसी के पौधे के चारों बांध दें। इसके बाद विधिवत पूजा कर लें। जब आपकी मान्यता पूरी हो जाए, तो श्रद्धा के साथ इस कलावा को खोलकर जल में प्रवाहित कर दें। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान विष्णु के साथ-साथ माता लक्ष्मी भी अति प्रसन्न होती है और धन-संपदा का आशीर्वाद देती हैं।
तुलसी के पौधे में बांधे पीला धागा
अपरा एकादशी पर पीले रंग का धागा लें और उसमें 108 गांठ लगा लें। इसके बाद इसे तुलसी के पौधे के चारों ओर बांध दें। फिर तुलसी के पौधे की विधिवत पूजा करने के साथ अपनी कामना कह दें।
शाम को जलाएं दीपक
एकादशी के दिन तुलसी के पौधे पर जल चढ़ाने की मनाही होती है। मान्यता है कि इस दिन तुलसी जी भी एकादशी का निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए बिना जल के विधिवत पूजा करने के बाद शाम को घी का दीपक अवश्य जलाएं। इससे घर में सुख-शांति आती है।
मई माह के चौथे सप्ताह कोई बड़ा ग्रह राशि परिवर्तन करने वाले हैं। सप्ताह आरंभ होने से पहले राहु-केतु के साथ-साथ गुरु बृहस्पति ने राशि परिवर्तन किया था। जिसके कारण इस सप्ताह हर राशि के जातकों के जीवन में किसी न किसी तरह से असर देखने को मिलने वाला है। इसके अलावा इस सप्ताह बुध मेष राशि से निकलकर वृषभ राशि में प्रवेश कर जाएंगे। जहां पर सूर्य पहले से विराजमान है, जिससे बुधादित्य राजयोग का निर्माण हो रहा है। आइए ज्योतिषी सलोनी चौधरी से जानते हैं मेष से लेकर मीन राशि के जातकों का कैसा बीतेगा ये सप्ताह, जानें साप्ताहिक राशिफल
धर्म संबंधित अन्य खबरों के लिए क्लिक करें
डिसक्लेमर- इस लेख में दी गई किसी भी जानकारी की सटीकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। विभिन्न माध्यमों जैसे ज्योतिषियों, पंचांग, मान्यताओं या फिर धर्मग्रंथों से संग्रहित कर ये जानकारियां आप तक पहुंचाई गई हैं। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है। इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इसके किसी भी तरह के उपयोग करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें।