भाद्रपद माह के कृष्ण पक्ष की एकादशी पर अजा एकादशी का व्रत किया जाता है। इस बार अजा एकादशी 2020 (Aja Ekadashi 2020) शनिवार यानी 15 अगस्त, शनिवार को मनाई जा रही है। इस दिन सभी वैष्णव और भगवान विष्णु में आस्था रखने वाले उनके भक्त एकादशी का व्रत रखते हैं। एकादशी भगवान विष्णु की प्रिय तिथि है। मान्यता है कि इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है कि अजा एकादशी का व्रत करने वाले व्यक्ति को अश्वमेध यज्ञ का फल प्राप्त होता है।

अजा एकादशी शुभ मुहूर्त (Aja Ekadashi Shubh Muhurat):
15 अगस्त, शनिवार – 8:52 शाम से 10:30 रात तक

अजा एकादशी पूजा विधि (Aja Ekadashi Puja Vidhi):
अजा एकादशी व्रत के दिन व्रती को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान करना चाहिए। जिस स्थान पर भगवान विष्णु की पूजा करनी है, उस स्थान को साफ करके गंगाजल से पवित्र करें। एक चौकी लगाएं, उस पर पीले रंग का कपड़ा बिछाएं। भगवान विष्णु की फोटो या मूर्ति चौकी पर विराजित करें। फिर भगवान को तिलक लगाएं। फूलों की माला पहनाएं। साथ ही प्रतिमा के पास तुलसी दल भी रखें। अगर संभव हो तो भगवान विष्णु को तुलसी के पत्तों की माला भी पहनाई जा सकती है। तुलसी भगवान को बहुत प्रिय है।

इसके बाद भगवान के समक्ष दीपक जलाएं। भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए उन्हें नमस्कार करें। फिर विष्णु स्तुति, विष्णु चालीसा, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। फिर अजा एकादशी की व्रत कथा पढ़ें। कथा के बाद भगवान विष्णु की आरती करें। इसके बाद भगवान विष्णु को भोग लगाएं।

एकादशी व्रत में पारण का महत्व (Ekadashi Main Paran Ka Mahatva):
एकादशी व्रत का पारण अगले दिन सूर्योदय के पहले पहर में किया जाता है। पारण का समय हर व्रत में अलग-अलग होता है। इसलिए पंडित से सलाह लेकर ही पारण करें। मान्यता है कि अगर एकादशी के व्रत का अगले दिन सही समय पर पारण नहीं किया जाए तो एकादशी के व्रत का फल व्रती को प्राप्त नहीं होता है।

पारण करने की विधि (Ekadashi Paran Vidhi ):
पारण करने से पहले स्नान करें। फिर भगवान विष्णु की पूजा और आरती करें। एकादशी के पारण से पहले दान का सामान निकालें। इसमें फल, सब्जी, आटा, दाल या दूध आदि का दान किया जाता है। साथ ही दान स्वरूप पैसे भी दे सकते हैं। उसके बाद भगवान विष्णु को भोग लगाएं। फिर व्रती भी सात्विक भोजन कर सकते हैं।

अजा एकादशी व्रत पारण का समय (Aja Ekadashi Paran Ka Samay):
16 अगस्त, रविवार – 5:51 सुबह से 08:29 सुबह तक