Adhik Maas Sawan Somwar 2023: हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन का तीसरा सोमवार आज पड़ रहा है। इसके साथ ही अधिक मास का पहला सोमवार आज है। श्रावण मास में पड़ने वाले हर एक सोमवार का विशेष महत्व है। लेकिन अधिक मास होने के कारण इसका महत्व कई गुना अधिक बढ़ गया है। सावन सोमवार पर भगवान शिव के साथ माता पार्वती की पूजा करने से विशेष फलों की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही हर तरह के कष्टों से निजात मिल जाती है। जानिए सावन सोमवार का शुभ मुहूर्त और कैसे करें शिव की पूजा।
अधिक मास के पहले सोमवार को बन रहे शुभ योग
हिंदू पंचांग के अनुसार, अधिक मास के पहले सोमवार को काफी शुभ योग बन रहे हैं। बता दें कि अधिक मास 18 जुलाई से शुरू हुआ था, जो 16 अगस्त को समाप्त हो रहा है। इस दौरान सावन माह का तीसरा और अधिक मास का पहला सोमवार आज पड़ रहा है। आज के दिन शिव और रवि योग भी बन रहे हैं। ऐसे में भगवान शिव की पूजा करने के साथ रुद्राभिषेक करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
शिव योग: आज दोपहर 02 बजकर 52 मिनट पर तक
रवि योग: आज सुबह 05 बजकर 38 से रात 10 बजकर 12 मिनट तक।
अधिकमास के पहले सोमवार रुद्राभिषेक का शुभ मुहूर्त
अधिकमास के पहले सोमवार पर रुद्राभिषेक करना फलदायी साबित हो सकता है। इसलिए आज दोपहर 01 बजकर 42 मिनट तक रुद्राभिषेक करमे से शुभ फलों की प्राप्ति होगी।
अधिक मास के पहले सोमवार की पूजा विधि
आज भगवान शिव की विधिवत पूजा करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है। आज के दिन स्नान आदि करने के बाद साफ सुथरे वस्त्र धारण कर लें। भगवन शिव की पूजा करने के सात शिवलिंग की पूजा करने अच्छा माना जाता है। शिवलिंग में जल,दूध, शहद, दही, पंचामृत, गंगाजल आदि से अभिषेक करें। इसके बाद शिवलिंग में बेलपत्र, आक का फूल, धतूरा, गन्ना, भांग, सफेद चंदन,अक्षत आदि चढ़ा दें। इसके बाद घी का दीपक और धूप जलाकर शिव चालीसा, शिव मंत्र का जाप कर लें। अंत में विधिवत आरती कर लें।
अधिक मास के पहले सोमवार पर करें इन शिव मंत्र का जाप
ऊं नम: शिवाय:।
शंकराय नमः ।
ॐ महादेवाय नमः।
ॐ महेश्वराय नमः।
ॐ श्री रुद्राय नमः।
ॐ नील कंठाय नमः।
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥