मान्यता है कि वास्तु शास्त्र की नींव भगवान विश्वकर्मा ने रखी थी और यह एक वैदिक निर्माण विज्ञान है। इस शास्त्र में सभी दिशाओं का महत्व बताया गया है। साथ ही उन सभी बातों का भी जिक्र किया गया है, जो व्यक्ति के जीवन पर सकारात्मक और नकारात्मक प्रभाव डालते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ गलतियों की वजह से घर में वास्तु दोष लग जाता है, जिसका असर व्यक्ति की आर्थिक और पारिवारिक जिंदगी पर पड़ता है। कई बार तो बनते-बनते काम भी बिगड़ जाते हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसी गलतियों का जिक्र किया गया है, जिनके कारण धन की देवी मां लक्ष्मी रुष्ट हो जाती हैं।
जूठे बरतन: माता लक्ष्मी को साफ-सफाई बेहद ही प्रिय है। वास्तु शास्त्र के अनुसार जो लोग रात को जूठे बर्तन साफ किए बिना ही सो जाते हैं और सुबह उठकर उन्हें धुलते हैं, उनके घर में मां लक्ष्मी का कभी वास नहीं होता। इसलिए रात में जूठे बर्तन धोने के बाद ही सोना चाहिए, इससे मां लक्ष्मी की कृपा आप पर सदैव बनी रहती है।
चूल्हे पर खाली और झूठे बर्तन ना रखें: वास्तु शास्त्र के अनुसार चूल्हे पर कभी भी खाली या फिर जूठे बर्तन नहीं रखने चाहिए। क्योंकि चूल्हे पर खाली बर्तन छोड़ने से घर में दरिद्रता आती है, ऐसे लोगों के घर में कभी भी बरकत नहीं होती। मान्यताओं के अनुसार किचन घर की सबसे पवित्र जगह होती है। इस जगह पर देवी-देवताओं का वास होता है। ऐसे में ना तो किचन में कुछ खाना चाहिए और ना ही चूल्हे पर जूठे बर्तन छोड़ने चाहिए।
इस दिशा में ना रखें कूड़ेदान: घर में कभी भी उत्तर दिशा में कूड़ेदान नहीं रखा चाहिए। क्योंकि उत्तर दिशा को धन कुबेर और मां लक्ष्मी की दिशा माना गया है, जो कि सुख और समृद्धि का सूचक है। यह दिशा घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करती है, इसलिए घर की उत्तर दिशा को हमेशा साफ-सुथरा रखना चाहिए। इस दिशा में कूड़ा या फिर बेकार चीजें रखने से मां लक्ष्मी नाराज हो सकती हैं।