अक्सर हम किसी महत्वपूर्ण काम को करने के लिए कोई खास दिन चुनते हैं। किसी खास दिन कोई भी नया काम शुरू करने के पीछे यही उद्देश्य होता है कि काम में किसी प्रकार की बाधाएं न आएं। साथ ही आवश्यक काम आरंभ करते वक्त मन में विचार आता है कि काश यह जान लेते कि किस दिन कौन सा काम करना या नहीं करना चाहिए। हिन्दू धर्म शास्त्रों में वर्णन मिलता है कि शुभ मुहूर्त या शुभ दिन पर किए गए काम का परिणाम सदैव शुभ ही होता है। ये जानते हैं कि किस दिन कौन सा काम नहीं करना चाहिए।
सोमवार: ज्योतिष के अनुसार सोमवार का दिन चंद्र ग्रह का दिन होता है। साथ ही चंद्रमा को बहुत तेज चलने वाला ग्रह माना गया है। इस दिन के परिमाण तेज होते हैं। ज्योतिषी ये मानते हैं कि इस दिन नौकरी की शुरुआत करने से यह जल्द ही निपट जाती है। नौकरी या व्यवसाय स्थिर नहीं रहता है। इसक अलावा इस दिन पूर्व दिशा की ओर यात्रा करना अशुभ माना गया है। साथ ही सोमवार के दिन काले वस्त्र धरण करने से बने हुए काम भी बिगड़ जाते हैं।
मंगलवार: यह दिन मंगल ग्रह का दिन माना गया है। यह तेज स्वभाव का दिन है। साथ ही इसका स्वभाव तीखा और तेज होता है। मंगलवार का दिन माध्यम गति से परिणाम देता है। मंगलवार के दिन मुकदमेबाजी से बचना चाहिए। इस दिन किया गया मुकदमा जल्द समाप्त नहीं होता है। इसके अलावा इस दिन उत्तर दिशा की ओर यात्रा करना अशुभ माना गया है। विवाह होने के बाद इस दिन विदाई भी नहीं करनी चाहिए।
बुधवार: यह दिन बुध ग्रह को समर्पित माना गया है। बुधवार का दिन सरल, मनोरंजक और धन से जुड़े कार्यों के लिए शुभ माना गया है। इस दिन नौकरी की शुरुआत करने से इसमें स्थिरता नहीं रहती है। बुधवार के दिन कर्जा नहीं बांटना चाहिए। माना जाता है कि इस दिन कर्जा बांटने से मुश्किलें आती हैं। साथ ही जमीन-जायदाद से संबंधित कार्य भी नहीं करने चाहिए।
गुरुवार: बृहस्पतिवार का दिन देवगुरु का दिन होता है। यह दिन बहुत ही शुभ और अच्छा माना गया है। कहते हैं कि इस दिन सात्विकता बनाए रखना आवश्यक होता है। जहां तक संभव हो इस दिन मांस और मदीरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए। बृहस्पतिवार के दिन दक्षिण दिशा की ओर यात्रा करना निषेध माना गया है। विवाह के बाद बृहस्पतिवार के दिन भी विदाई नहीं की जाती है।
शुक्रवार: यह दिन शुक्र ग्रह का दिन है। शुक्रवार का दिन भी शुभ होता है। इसका स्वभाव कोमल और आनंददायक होता है। इस दिन धन का निवेश करने से बचना चाहिए। इसके अलावा शुक्रवार के दिन पति-पत्नी को आपस में विवाद नहीं करना चाहिए।
शनिवार: शनिवार का दिन तेज स्वभाव और धीमी गति का माना गया है। कहते हैं कि इस दिन जो काम किए जाते हैं वो लंबे समय तक चलते हैं। साथ ही इस दिन किए गए काम का परिणाम धीरे-धीरे मिलता है। इस दिन मुकदमा भी दायर नहीं करना चाहिए। साथ ही इस दिन चिकित्सा की भी शुरुआत नहीं करना चाहिए। शनिवार के दिन लोहा खरीदना और बेचना अच्छा नहीं माना जाता है।
रविवार: रविवार का दिन तेज स्वभाव का माना गया है। यह दिन भगवान सूर्य से संबंधित है। साथ ही यह दिन तीव्र स्वभाव और शुभ परिणाम देने वाला होता है। यह दिन पद-प्रतिष्ठा और उच्च पद दिलाने वाला माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन वैवाहिक जीवन और प्रेम संबंधों लिए प्रयास नहीं करना चाहिए। क्योंकि यह दिन तेज स्वभाव का माना गया है इसलिए वैवाहिक जीवन में दिक्कतें आ सकती हैं।


