ज्योतिष विज्ञान के अनुसार हर व्यक्ति के जीवन में ग्रहों का विशेष प्रभाव पड़ता है। अगर आपकी कुंडली में ग्रह दोष है या फिर मुख्य ग्रह निचले स्थान पर है तो आपकी जिंदगी परेशानियों से भर जाती है। शास्त्र के अनुसार किसी भी भवन या फिर मकान के कारक शनि ग्रह होते हैं। अगर व्यक्ति की कुंडली में शनि ग्रह उच्च स्थान पर मौजूद हैं तो उसे मकान का सुख मिलता है।

वहीं, अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में शनि निम्न स्थान पर हैं तो व्यक्ति मकान के सुख से वंचित रह सकता है। बता दें, कुंडली का चतुर्थ भाव मकान का माना जाता है। हर व्यक्ति पर ग्रहों का शुभ और अशुभ प्रभाव पड़ता है। न्याय के देवता शनिदेव आपकी कुंडली में अगर इस स्थान पर बैठे हों तो जानिये आपकी जिंदगी पर क्या प्रभाव पड़ता है।

पहले स्थान में हो शनि: अगर आपकी कुंडली में शनि देव पहले स्थान में विराजमान हैं और सातवां और दसवां स्थान खाली है तो व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति होती है। अगर ऐसा ना हो तो व्यक्ति कर्ज के बोझ तले दब जाता है।

दूसरे स्थान: कुंडली में अगर शनि दूसरे स्थान पर हैं तो यह स्थिति जीवन में तरक्की का संकेत है। अगर इस दौरान व्यक्ति मकान बनवा रहा है तो उसे मकान के निर्माण को बीच में नहीं रोकना चाहिए। अगर आप अपने मकान का काम बीच में रुकवा देते हैं तो इसके आपको गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

तीसरा स्थान: अगर आपकी कुंडली में शनि तीसरे स्थान पर है तो व्यक्ति को मकान बनवाने के बाद अपने घर में तीन कुत्ते पालने चाहिए। ऐसा करने से शनिदेव का आशीर्वाद प्राप्त होता है।

चौथा स्थान: अगर व्यक्ति की कुंडली में शनि चौथे स्थान में स्थित हों तो व्यक्ति को किराए के घर में रहना चाहिए। इससे फायदा हो सकता है।

पांचवा स्थान: कुंडली में अगर शनिदेव पांचवे स्थान में हैं और आप मकान बनवा रहे हैं तो आपको संतान संबंधी समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

छठा स्थान: अगर कुंडली में शनि छठवें स्थान पर हैं। तो व्यक्ति को 36 से 39 की उम्र में मकान बनवाना चाहिए। अन्यथा आपकी बेटी को कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

सातवां स्थान: कुंडली में अगर शनि सातवें स्थान में मौजूद हैं तो व्यक्ति का मकान बनवाना बेहद ही शुभ होता है। उसे जीवन के हर क्षेत्र में सफलता प्राप्त होती है।

आठवां स्थान: कुंडली में अगर आठवें स्थान पर शनि विराजमान हैं और आप मकान बनवाने लगें तो व्यक्ति को धन संबंधी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।