Garuda Puran: हिंदू धर्म में गरुड़ पुराण का खास महत्व है। गरुड़ पुराण हमें मृत्यु के बाद का सच बताती है। साथ ही इस पुराण में मनुष्य के कर्मों के आधार पर उसके लिए पाप और पुण्य का वर्णन है। गरुड़ पुराण हिंदू धर्म की 18 पुराणों में से एक है। साथ ही गरुड़ पुराण का पाठ तब किया जाता है, जब किसी व्यक्ति की मृत्यु हो जाती है। इसमें स्वर्ग, नरक, पाप, पुण्य ज्ञान, नीति, नियम और धर्म की बातों का वर्णन मिलता है। वहीं गरुड़ पुराण में उन पापों व दंड के बारे में बताया गया है जो कि मनुष्यों को मृत्यु के बाद दिये जाते हैं। आइए जानते हैं उन भयानक दंडों के बारे में…
1- सूतक दंड
गरुड़ पुराण अनुसार मनुष्य की मृत्यु के बाद आत्मा और उसके पूरे परिवार पर सूतक लग जाते हैं। मतलब इस समय उनकी अशुद्ध अवस्था होती है। इस सूतक को खत्म करने के लिए सबसे पहले आत्मा को कठिन तप करना पड़ता है।
2- यमदूतों का दंड
मृत्यु के बाद मनुष्य को लेने पृथ्वी पर यमराज के दूत आते हैं। यह दूत उसे यमपाश में जकड़कर यमलोक ले जाते हैं जहां आत्मा को कड़े दंड जिए जाते हैं।
3- आग में झोंकना
कर्मों के अनुसार व्यक्ति को यमलोक की आग में डाल दिया जाता है। बता दें कि मृत्यु के बाद आत्मा को दर्द तो होता है लेकिन अब उसके पास इसे सहन करने के अलावा कोई रास्ता नहीं होता है।
4- हड्डियों से लटकाना
गरुड़ पुराण अनुसार व्यक्ति को उसके कर्मों के अनुसार यमलोक में हड्डियों के बीच लटका दिया जाता हैं। इन मजबूत हड्डियों में बीच फंसने से उसका शरीर टूटने लगता है और उसे बहुत पीड़ा से गुजरना पड़ता है। साथ ही वह अपने अपने कर्मों का पश्चाताप करता है।
5- धातु के बर्तन में डालना
व्यक्ति की आत्मा को गरम धातु में डाल दिया जाता है। साथ ही इस यातना से वह बार बार चीखता है और अपने परिवार को बुलाता है लेकिन कोई उसकी आवाज नहीं सुनता। वहीं धीरे धीरे उसका शरीर जलने लगता है। आपको बता दें कि किसी भी व्यक्ति की मृत्यु जब निकट होती है, तो उसके हाथों की रेखाएं एकदम हल्की पड़ जाती हैं। साथ ही कुछ लोगों को ये बिल्कुल भी दिखाई देना बंद हो
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