आचार्य चाणक्य की नीतियां आज के समय में भी प्रासंगिक मानी जाती हैं। महान अर्थशास्त्री आचार्य चाणक्य को राजनीतिक, सामाजिक, आर्थिक और दार्शनिक विषयों की गहराई से समझ थी। चाणक्य जी की नीतियों के बल पर ही चंद्रगुप्त मौर्य मग्ध के सम्राट बन पाए थे। आचार्य चाणक्य ने अपने नीति शास्त्र में ऐसे 5 गुणों का जिक्र किया है, जो व्यक्ति को शादी से पहले अपने पार्टनर में परख लेने चाहिए। इससे आपका शादीशुदा जीवन खुशहाल बना रहता है।
धार्मिक विचारों वाला: आचार्य चाणक्य की मानें तो व्यक्ति को धार्मिक विचारों वाला होना चाहिए। ऐसा व्यक्ति जो हर परिस्थिति में सकारात्मक सोच रखता है और हर किसी के बारे में अच्छा सोचता है। शादी के बाद ऐसा व्यक्ति अपने पार्टनर का भी भाग्योदय कर देता है।
संतुष्ट: आचार्य चाणक्य के मुताबिक अगर आपका जीवनसाथी संतुष्ट है, तो वह विपरित परिस्थितियों में भी कभी आपका साथ नहीं छोड़ता है। वह हर मुश्किल में आपका साथ देता है और पॉजिटिव सोच रखता है।
धैर्य होना जरूरी: अपने लाइफ पार्टनर में यूं तो लोग बहुत से गुण ढूंढ़ते हैं। लेकिन एक गुण जिसका चाणक्य नीति में जिक्र किया गया है, वह है धैर्य। चाणक्य जी के अनुसार व्यक्ति को धैर्यवान होना चाहिए। ऐसा व्यक्ति प्रतिकूल समय में भी समझदारी दिखाता है और अपने जीवनसाथी की मदद करता है।
क्रोध ना करने वाला: आचार्य चाणक्य जी के मुताबिक जीवनसाथी ऐसा होना चाहिए, जो बिल्कुल भी क्रोध ना करे। क्योंकि गुस्सा इंसान के विवेक को हर लेता है, जिसके कारण वह सही निर्णय नहीं ले पाता। इसलिए शादी से पहले अपने पार्टनर में इस गुण को जरूर परख लें।
मीठा बोलने वाला: चाणक्य जी के अनुसार व्यक्ति हमेशा मीठा बोलने वाला होना चाहिए। मीठा बोलने वाला व्यक्ति हर किसी का मन मोह लेता है। साथ ही जो व्यक्ति मीठा बोलता है, उसके घर में हमेशा लक्ष्मी का वास रहता है।