Chankya Niti: आचार्य चाणक्य द्वारा बनाई गई नीतियों में मानव समाज से जुड़ी हर समस्या का हल मिल सकता है। आचार्य चाणक्य ने अपने अनुभव, ज्ञान और बुद्धिमत्ता से जीवन में सफलता प्राप्त करने की कई नीतियां बनाई थी जो आज के समय में भी कारगर साबित होती हैं। आचार्य चाणक्य एक महान नीतिकार, राजनीतिज्ञ और अर्थशास्त्री माने जाते हैं। चाणक्य ने अपनी कूटनीति के दम पर ही चंद्रगुप्त को मगध का राजा बना दिया था। आचार्य चाणक्य ने अपनी एक नीति ऐसे तीन लोगों के बारे में बताया है जिससे हमे हमेशा सावधान रहना चाहिए और दोस्ती सोच समझकर करनी चाहिए…
कवय: किं न पश्यन्ति किं न कुर्वन्ति योषित:।
मद्यपा किं न जल्पन्ति किं न खादन्ति वायसा:।।

कवि से रहें सावधान: चाणक्य ने अपनी नीति में लोगों को एक कवि से दोस्ती सोच समझकर करने की सलाह दी है। जैसे कवि के बारे में एक प्रचलित कहावत है, जहां न पहुंचे रवि वहां पहुंचे कवि। इस कहावत का मतलब है कि जहां सूर्य की रोशनी भी न पहुंच सके वहां पर कवि की सोच पहुंच जाती है। अर्थात कवि अपनी कविता के माध्यम से कोई भी बड़ी से बड़ी बात आसानी से कह सकता है। इसलिए आचार्य चाणक्य कहते हैं कि कवि से भूलकर भी दुश्मनी मोल नहीं लेना चाहिए।

शराबी व्यक्ति से हमेशा रहें सावधान: चाणक्य ने शराब में डूबे हुए व्यक्ति से भी दोस्ती करते समय सोच विचार करने की सलाह दी है। क्योंकि जो व्यक्ति हमेशा शराब के नशे में डूबा रहता है वह नशे में सारी मर्यादाएं भूल जाता है। उसके मन में जो आता है वह बोल देता है। इसलिए आचार्य चाणक्य ने कहा है कि नशा करने वाले व्यक्ति से हमेशा दूर ही रहना चाहिए।

महिलाओं के दुस्साहस से रहें सावधान: आचार्य चाणक्य के अनुसार पुरुषों की तुलना देखा जाए तो महिलाओं में दुस्साहस बहुत ज्यादा होता है। इस दुस्साहस के कारण ही महिलाएं कई बार ऐसे काम भी कर देती हैं, जिस बारे में पुरुष सोच भी नहीं सकते।