यूथ अकाली दल के नेता विक्रमजीत सिंह मिड्दुखेड़ा उर्फ विक्की मिड्दुखेड़ा की शनिवार सुबह पंजाब के मोहाली में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यूथ अकाली दल के नेता पर नकाबपोश बदमाशों ने कई राउंड फायरिंग की। घटना आज सुबह करीब 10.30 बजे की है। विक्की सेक्टर 71 में एक प्रॉपर्टी डीलर से मुलाकात करके लौटकर अपनी कार में बैठने ही वाला था कि तभी वहां चार की संख्या में नकाबपोश पहुंच गए और कई राउंड फायरिंग की। दिन दहाड़े हुई इस हत्या से इलाके में दहशत का माहौल है।
पुलिस के अनुसार बदमाश विक्की का पीछा काफी समय से कर रहे थे। मौका पाते ही उन्होंने हमला कर दिया। पुलिस ने बताया कि हमलावर चार की संख्या में थे। दो बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की जबकि अन्य दो कार में ही बैठे रहे। हमलावरों को देखते ही विक्की ने भागने की कोशिश की थी लेकिन बदमाशों की बंदूकों से निकली गोलियों ने तब तक विक्की के शरीर को भेद दिया था।
इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है, जहां दो बदमाश हाथों में बंदूक लिए विक्की पर गोलिया बरसातें हुए नजर आ रहे हैं। बंदूकों से बचने के लिए विक्की ने कार के दरवाजे का सहारा भी लिया लेकिन सारी कोशिश नाकाम रही।
घटना की जानकारी मिलते ही एसएसपी सतिंदर सिंह और डीएसपी मौके पर पहुंच गए। मौके से गोलियों के खाली खोखे बरामद किए गए हैं। पुलिस सीसीटीवी के जरिए हत्यारों के सुराग तलाशने की कोशिश में जुटी हुई है। पुलिस ने इस हमले के पीछे किसी पुरानी रंजिश का शक जताया है।
बताया जा रहा है कि विक्की खुद भी लाइसेंसी बंदूक रखता था लेकिन हमले के वक्त यह उसकी कार में रखी थी। जिस तक वह पहुंच नहीं पाया। विक्की मिद्दुखेड़ा एक लोकप्रिय छात्र नेता था। वह चंडीगढ़ में पंजाब विश्वविद्यालय के छात्र संगठन का अध्यक्ष भी रह चुका है। साल 2007-08 तक वह पंजाब यूनिवर्सिटी में रहा लेकिन साल 2013 में वह शिरोमणि अकाली दल के स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन ऑफ इंडिया में शामिल हो गया था।
शिरोमणि अकाली दल के प्रवक्ता दलजीत सिंह चीमा ने इस मामले की जानकारी देते हुए बताया कि यूथ विंग के नेता की मौके पर ही मौत हो गई। उन्होंने बताया कि विक्की के भाई अजय ने पिछले दिनों स्थानीय नगर निगम का चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में मोहाली के पूर्व महापौर कुलवंत सिंह के बेटा भी उतरा था।