उत्तर प्रदेश के इटावा जिले की सुदूरवर्ती चंबल घाटी स्थित क्वारी नदी में अपने पिता की अस्थियां विसर्जित करने गया एक युवक पैर फिसलने से नदी के तेज बहाव में बह गया। पुलिस ने बताया कि बिठौली थाना क्षेत्र के बिडौरी गांव का निवासी संतोष कुमार तिवारी (22) मंगलवार को अपने पिता विनोद तिवारी की अस्थियों और उनके वस्त्रों को विसर्जित करने के लिये क्वारी नदी में उतरा था। नदी का तट कीचड़ भरा होने के कारण उसका पैर फिसल गया और वह नदी के तेज बहाव में बह गया।
उन्होंने बताया कि संतोष के साथ आये लोगों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन नदी के तेज बहाव और मगरमच्छों के डर के कारण वे उसे बचा नहीं पाये। घटना की जानकारी मिलने पर ग्रामीण घटनास्थल पर एकत्र हो गये। पुलिस ने बताया कि मौके पर पहुंचे उप जिलाधिकारी ब्रह्म नंद कठेरिया और पुलिस क्षेत्राधिकारी रामबदन सिंह तथा वन विभाग के क्षेत्राधिकारी एसएन यादव ने गोताखोरों की मदद से डूबे युवक की तलाश का अभियान चलाया, लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
बिजनौर में दो भाई रामगंगा में बहे
बिजनौर जिले में गणपति प्रतिमा विसर्जित करने आए दो भाई रामगंगा नदी के तेज प्रवाह में बह गये। पुलिस क्षेत्राधिकारी आलोक सिंह ने बुधवार को बताया कि भूतपुरी के रामगंगा नदी घाट पर मंगलवार शाम श्रद्धालुओं का जत्था गणपति की मूर्ति विसर्जित कर रहा था। इसी जत्थे में शामिल धर्मेन्द्र (36) और विजेन्द्र (34) विसर्जन के दौरान पानी के तेज बहाव में बह गये। उन्होंने बताया कि गोताखोरों की मदद से दोनों भाइयों की तलाश की जा रही है।
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