योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री भूपेन्द्र सिंह ने अपनी ही पार्टी में मौजूद अपने आलोचकों के ऊपर निशाना साधा है। दरअसल चौधरी भूपेन्द्र सिंह कैबिनेट मंत्री बनने के बाद पहली बार मुरादाबाद पहुंचे थे और पार्टी के कार्यकर्ताओं ने उनके सम्मान में एक सम्मान समारोह आयोजित किया था। इस दौरान चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि जिन्हें पार्टी का नेतृत्व करने का अवसर मिला, उन्होंने कभी लीडरशिप खड़ी ही नहीं की।
चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि, “पार्टी में मेरे आलोचक कहतें हैं कि यहां भूपेन्द्र जी का एजेंडा चलता है, इसलिए मुरादाबाद मंडल में बीजेपी की स्थिति खराब है। मैं भी कभी-कभी सोचता हूं कि स्थिति गड़बड़ तो हुई है लेकिन जिन लोगों को पूरे प्रदेश में पार्टी का नेतृत्व करने का अवसर मिला, उन्होंने कभी लीडरशिप खड़ी नहीं होने दी और ये सिर्फ मेरे दल में नहीं बल्कि सभी दल का यही हाल है।
चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने आगे कहा कि, “मेरे जीवनकाल में सर्वेश जी (पूर्व सांसद) लगातार लोकसभा और विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन आप उनसे जाकर पूछे कि कभी उन्हें टिकट के लिए परेशानी हुई। यहां पर विनोद जी (मेयर) बैठे हैं, लगातर चुनाव लड़ रहें हैं। लेकिन कभी इन्हें टिकट मिलने में परेशानी हुई? चाहता तो नाक में नथ डाल देता, लेकिन इन्हें पूछो कभी समस्या आई इन्हें?
बता दें कि चौधरी भपेन्द्र सिंह को योगी मंत्रीमंडल में शामिल किया गया है और उन्हें पंचायती राज विभाग मिला है। योगी सरकार के पहले कार्यकाल में भी भूपेन्द्र सिंह को कैबिनेट बनाया गया था। वर्तमान में भूपेन्द्र सिंह विधान परिषद् सदस्य हैं।
बताया जाता है कि मुरादाबाद जिले में पूर्व सांसद सर्वेश सिंह और चौधरी भूपेन्द्र सिंह के दो खेमे है और दोनों बीजेपी नेताओं में अदावत चलती रहती है। मेयर विनोद को सर्वेश सिंह का करीबी बताया जाता है और इसीलिए चौधरी भूपेन्द्र सिंह ने मेयर पर तंज कसा। कुंवर सर्वेश सिंह मुरादाबाद की ठाकुरद्वारा सीट से 5 बार विधायक चुने जा चुके हैं और 2014 में मुरादाबाद लोकसभा से सांसद भी चुने जा चुके हैं। 2019 के लोकसभा चुनाव में भी मुरादाबाद से बीजेपी ने सर्वेश सिंह को उम्मीदवार बनाया था लेकिन वो सपा के एसटी हसन से चुनाव हार गए थे।