UP Minister Reply to SP MP Bark: उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मंत्री धर्मपाल सिंह ने सपा सांसद के बयान ‘हर घर में तिरंगा लगाना जरूरी नहीं है’ पर जवाब देते हुए कहते हैं, ‘देश की आजादी की लड़ाई हिन्दू, मुस्लिम, सिख और इसाई सबने मिलकर लड़ी थी तब जाकर देश आजाद हुआ था। इस आजाद देश में सभी का हक है सबका अधिकार है और सबका कर्तव्य भी है कि देश की एकता और अखंडता को अक्षुण बनाए रखने के लिए तिरंगे का सम्मान किया जाए। जो लोग तिरंगे के बारे में ऐसी टिप्पणियां करते हैं उनके बारे में मैं कुछ नहीं कहना चाहूंगा। ये देश सबका है, तिरंगा सबका है राष्ट्रीय ध्वज का अपमान कोई बर्दाश्त ही नहीं कर सकता है। इसलिए भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश में हर घर में तिरंगा लहरे इसका प्रयास कर रही है।’
दरअसल इसके पहले बुधवार को समाजवादी पार्टी से सांसद शफीकुर्र रहमान बर्क ने केंद्र सरकार के अभियान ‘हर घर में तिरंगा’ का विरोध करते हुए कहा था, “घर में तिरंगा लगाने की जरूरत क्या है। तिरंगा लगाना जरूरी नहीं होना चाहिए। हम तो पार्टी का झंडा लगाते हैं, मुल्क का झंडा तो मुल्क वाले लगाते हैं।” उन्होंने यह भी कहा, “मुझे तिरंगा यात्रा में शामिल होने का कोई न्यौता नहीं मिला और तिरंगा लोगों को अपनी इच्छा से लगाना चाहिए, ये अनिवार्य नहीं हो सकता।”
PM Modi ने किया तिरंगा लहराने का आह्वान
इस साल देश की आजादी की 75वीं वर्षगांठ है जिसको लेकर केंद्र सरकार की ओर से इस साल स्वतंत्रता दिवस पर आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हर घर में तिरंगा लगाने का आह्वान किया गया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद देशवासियों से इस बात का आह्वान किया है कि वो 13 अगस्त से लेकर 15 अगस्त तक अपने घरों और प्रतिष्ठानों में तिरंगा लहराएं। पीएम मोदी के इस आह्वान के बाद सपा सांसद शफीकुर्रहमान ने ये बयान देकर नया सियासी विवाद खड़ा कर दिया।
Union Ministry of Culture ने बुधवार को निकाली थी तिरंगा यात्रा
इसके पहले केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय बुधवार (3 अगस्त 2022) को सभी सांसदों के लिए मोटर साइकिल से तिरंगा यात्रा निकालने का एक कार्यक्रम तय किया था। इस तिरंगा यात्रा में शामिल होने के लिए सत्ता पक्ष के और विपक्ष के भी सभी सांसदों को पत्र लिखकर आमंत्रण भेजा गया था। इस तिरंगा यात्रा को लाल किले से उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने हरी झंडी दिखाई थी। यह तिरंगा यात्रा विजय चौक पर यह यात्रा पूरी हुई। इस यात्रा में विपक्ष के सांसद पूरी तरह से नदारद रहे। कई नेताओं ने इस पर दी कड़ी प्रतिक्रिया।