आम आदमी पार्टी (AAP) ने कोरोना टेस्टिंग पर उत्तर प्रदेश की योगी आदित्य नाथ सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। पार्टी प्रवक्ता राघव चड्ढा ने दावा किया कि योगी सरकार कोरोना के आंकड़े पर फर्जी खेल कर रही है। सैकड़ों लोगों को कोरोना टेस्टिंग की लिस्ट में शामिल किया गया जबकि किसी की टेस्टिंग ही नहीं हुई। अपने दावे के समर्थन में उन्होंने एक अखबार की खबर का स्क्रीनशॉट शेयर किया है।
खबर के अनुसार बरेली में कोरोना सैंपलिंग की संख्या बढ़ाने के लिए फर्जी नाम दर्ज किए जा रहे हैं। फर्जी नाम को दर्ज करने के लिए जिन नंबरों का सहारा लिया गया वो नंबर हैं ही नहीं। अखबार के अनुसार 0000000000 को मोबाइल नंबर बताकर इससे 975 लोगों के नाम दर्ज किए गए। यूपी सरकार पर तंज कसते हुए राघव चड्ढा ने सोमवार को ट्वीट किया, ‘योगी सरकार का कोरोना से लड़ने का मॉडल भी कमाल है। जब तक हो पाए कोरोना के मामले छुपाओ, जब ना हो पाए तो फर्जी आंकड़ों का खेल चलाओ।’
बताया जाता है कि जिले को प्रतिदिन तीन हजार से अधिक कोरोना टेस्टिंग का लक्ष्य दिया गया। अब इसे पूरा करने के लिए रोजाना सैकड़ों फर्जी टेस्ट दिखाए जा रहे हैं और प्रशासन को इसकी रिपोर्ट भेजी जा रही है। अखबार ने स्थानीय सूत्रों से बताया कि टारगेट पूरा करने के लिए तीस टीमें तैनात की हैं मगर प्रतिदिन दो हजार सैंपल भी कलेक्ट नहीं हो पा रहे। ऐसे में फर्जी नामों के जरिए लक्ष्य पूरा किया जा रहा है।
योगी सरकार का कोरोना से लड़ने का मॉडल भी कमाल है।
जब तक हो पाए कोरोना के मामले छुपाओ, जब न हो पाए तो फर्जी आंकड़ों का खेल चलाओ। pic.twitter.com/4wFP8zS1bI— Raghav Chadha (@raghav_chadha) November 30, 2020
मगर पोर्टल पर टेस्टिंग एंट्री करने के लिए कई कॉलम भरने होते हैं। इनमें एक कॉलम मोबाइल नंबर का भी होता है। इन कॉलम में 0000000000 भरकर और फर्जी नाम व पता दर्ज कर टारगेट पूरा किया जा रहा है।