लोगों के लिए अब दिल्ली से लेह तक का सफर आसान होने वाला है। आने वाले समय में दिल्ली से लेह तक का सफर ट्रेन से करना संभव हो जाएगा। इस सफर को संभव बनाने के लिए विश्व की सबसे ऊंची रेल लाइन बनाई जा रही है। जिसकी मदद से आप दिल्ली से लेह तक के 40 घंटे के सफर को आसानी से 20 घंटे में कर पाएंगे।
ट्रेन के इस सफर के लिए काम शुरु हो चुका है। रेल लाइन बिछाने का काम तीन चरणों में होगा। जिसमें से पहले चरण में हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर से लेह तक लाइन बिछाने का सर्वे किया जा रहा है। तीन चरण पूरे हो जाने के बाद लाइन बिछाने का काम शुरु किया जाएगा।
यह रेललाइन 465 किलोमीटर लंबी होगी जिसमें 75 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तरा से ट्रेन चल पाएगी। इस रफ्तर की मदद से दिल्ली से लेह तक का सफर कम समय में पूरा हो पाएगा। सड़क से लेह तक जाने में कम सं कम 40 घंटे लगते हैं। पर अब ट्रेन की मदद से आप 40 घंटे के सफर को 20 घंटे में तय कर पाएंगे। इसे रेल लाइन में 244 किलोमीटर का सफर सुरंग के अंदर होगा। इस रेल लाइन में 74 सुरंगे बनाई जाएंगी। जिसमें सबसे लंबी सुरंग 27 किलोमीटर की होगी।
इस परियोजना को पूरा करने में लगभग 83 हजार 360 करोड़ रुपए लगेंगे।
बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन विश्व की सबसे ऊंची रेल लाइन होगी। जो कि ऊबड़-खाबड़ और ऊंचाई वाली जगहों से होकर गुजरेगी। इस जगह पर हिमस्खलन, तापमान बहुत कम होना और ऑक्सीजन में कमी जैसी कई कठिन चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
बिलासपुर-मनाली-लेह रेल लाइन 5370 मीटर की ऊंचाई पर सबसे ऊंची रेल लाइन होगी। इससे कम ऊंचाई 5072 मीटर की रेलवे लाइन चिंगहई-तिब्बत की है।
सामाजिक-आर्थिक विकास, सामाजिक जरुरतों और पर्यटन की दृष्टि से यह रेल लाइन काफी महत्वपूर्ण साबित होगी। इससे लेह-लद्दाख के पर्यटन के साथ विकास में भी मदद मिलेगी। अभी के समय में लेह से सबसे नजदीक रेलवे स्टेशन हिमाचल प्रदेश का भानुपल्ली है और वहां से लेह की दूरी 730 किलोमीटर है।