राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने सोमवार को कहा कि खराब क्रियान्वयन वाली अच्छी सरकारी नीति का देश के लिए कोई महत्व नहीं है। उन्होंने कहा कि दुनिया का गतिशील स्वभाव उचित सरकारी नीतियों को अपनाने और विकसित करने की मांग करता है। मुखर्जी ने कहा कि दुनिया में हो रहे बदलाव का स्तर और रफ्तार अभूतपूर्व है और चुनौतियां भी अभूतपूर्व हैं।
राष्ट्रपति ने यहां उनसे मुलाकात के लिए आए इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस, मोहाली के छात्रों के समूह से कहा- गतिशील स्वभाव उचित सरकारी नीतियां अपनाने और विकसित करने की मांग करता है। उन्होंने कहा- आज भी देशों के बीच दौड़ में जरूरी नहीं कि वो देश जीतें जिनके पास प्रचुर संसाधन हैं, बल्कि वे जीतते हैं जिनके पास राष्ट्र निर्माण के लिए उन संसाधनों के अत्यधिक प्रभावी इस्तेमाल की क्षमता हो।
मुखर्जी ने कहा- इस क्षमता का सरकारी नीतियों को प्रभावी बनाने और उन्हें प्रभावी तरीके से लागू करने की सामर्थ्य से सीधा संबंध है। ऐसी अच्छी सरकारी नीति का समाज और राष्ट्र के लिए कोई मूल्य और महत्व नहीं है जिसका क्रियान्वयन खराब हो।