Mustafabad Rename Shivpuri Delhi Mohan Singh Bisht: बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव में शानदार जीत दर्ज की है और पार्टी ने 27 साल का राजनीतिक वनवास खत्म किया है। चुनाव जीतने के तुरंत बाद दिल्ली में पार्टी के बेहद सीनियर नेता और मुस्तफाबाद सीट से विधायक चुने गए मोहन सिंह बिष्ट ने सनसनीखेज बयान दिया है।

मोहन सिंह बिष्ट ने न्यूज़ एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ‘मुस्तफाबाद का नाम शिव पुरी भी हो सकता है, शिव विहार भी हो सकता है।’ उन्होंने सवाल उठाया कि आखिर कुछ राजनीतिक दल के लोग मुस्तफाबाद पर इतना मेहरबान क्यों हो रहे हैं। बिष्ट ने कहा कि जहां हिंदुओं की आबादी हो, हिंदू वहां रहते हों तो उसका नाम मुस्तफाबाद की जगह शिवपुरी या शिव विहार क्यों नहीं हो सकता है।

मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले मोहन सिंह बिष्ट ने कहा कि मुस्तफाबाद के नाम से लोग चिंतित रहते हैं, ऐसे में नाम बदलने का काम होना चाहिए और वे इस काम को करेंगे।

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17,578 वोटों से जीते बिष्ट

मोहन सिंह बिष्ट ने मुस्तफाबाद विधानसभा सीट से आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार आदिल अहमद खान को 17,578 वोटों से शिकस्त दी है। मोहन सिंह बिष्ट दिल्ली में 6 बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं और उनकी गिनती दिल्ली के दिग्गज नेताओं में होती है। बताना होगा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में बीजेपी को 48 सीटों पर जीत मिली है जबकि आम आदमी पार्टी सिर्फ 22 सीटें ही जीत सकी। कांग्रेस का एक बार फिर विधानसभा चुनाव में खाता नहीं खुला।

बीजेपी ने करावल नगर से काट दिया था बिष्ट का टिकट

याद दिलाना होगा कि बीजेपी ने इस बार मोहन सिंह बिष्ट का उनकी पुरानी सीट करावल नगर से टिकट काट दिया था। तब बिष्ट बेहद नाराज हुए थे और उनका भावुक होने वाला वीडियो वायरल हुआ था। हालांकि बाद में वह मुस्तफाबाद सीट से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हो गए थे और उन्होंने यहां से बड़ी जीत दर्ज की है। करावल नगर सीट से बीजेपी ने कपिल मिश्रा को टिकट दिया था। मिश्रा भी बड़े अंतर के साथ चुनाव जीत गए हैं।

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मध्य प्रदेश में बदले गए नाम

हाल ही में बीजेपी शासित राज्य मध्य प्रदेश की सरकार ने कई गांवों के नाम बदल दिए थे। मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा था कि निपनिया हिसामुद्दीन को निपनिया देव, मोहम्मदपुर पवड़िया को रामपुर पवड़िया, खजूरी अल्लाहादाद को खजूरी राम, ढाबला हुसैनपुर को ढाबला राम नाम से जाना जाएगा। उससे पहले भी मुख्यमंत्री ने गजनीखेड़ी पंचायत को चामुंडा माता नगर, मौलाना गांव को विक्रम नगर और जहांगीरपुरी का नाम जगदीशपुर करने का ऐलान किया था।

दिल्ली में बीजेपी ने उठाई थी नाम बदलने की मांग

दिल्ली बीजेपी की ओर से साल 2022 में राजधानी के 40 गांवों के नाम बदलने की मांग की गई थी। दिल्ली बीजेपी के तत्कालीन अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने इन गांवों के नाम बदलने की मांग को लेकर तत्कालीन मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा था।

जिन गांवों के नाम बदले जाने की मांग की गई थी उनमें बेगमपुर, सैदुल्लाजाब, फतेहपुर बेरी, शेख सराय, नेब सराय, जफरपुर कलां, कादीपुर, नसीरपुर, हसनपुर, ग़ालिब पुर, ताजपुर खुर्द, नज़फगढ़ आदि शामिल हैं। आदेश गुप्ता ने कहा था कि दिल्ली अब मुगलों की सराय नहीं है बल्कि यह देश की राजधानी है और इन गांवों के युवा गुलामी के इन प्रतीकों को अपने साथ नहीं ढोना चाहते।

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उत्तर प्रदेश में बीजेपी की अगुवाई वाली योगी आदित्यनाथ सरकार प्रयागराज का नाम बदलकर इलाहाबाद और फैजाबाद का नाम बदलकर अयोध्या कर चुकी है। नाम बदलने की मांग को लेकर देश में कई बार सियासी हंगामा हो चुका है। विपक्षी दलों का कहना है कि नाम बदलने का काम सिर्फ मुद्दों से भटकाने के लिए किया जा रहा है।

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