मध्य प्रदेश के पंचायत चुनाव में चंबल के बीहड़ों के खूंखार डकैत रहे मलखान सिंह की पत्नी को ग्रामीणों ने निर्विरोध सरपंच चुना है। गुना ज़िले के आरोन की सुनगयाई पंचायत से डकैत की पत्नी ललिता राजपूत निर्विरोध सरपंच चुनी गई हैं। मलखान सिंह के नाम से कभी पूरा चंबल कांपता था।
सरपंच चुने जाने के बाद ललिता राजपूत ने कहा, “मैं यह सुनिश्चित करना चाहती हूं कि हमारे गांव में बिजली, पानी और सड़क जैसी सुविधाएं मौजूद हों। मुझे अपने गांव का विकास करना है। ललिता ने कहा कि पिछले 20 साल से गांव में विकास नहीं हो पाया है, सड़क से लेकर पानी तक कोई व्यवस्था नहीं है। अब गांव वालों ने निर्विरोध सरपंच चुना है तो यह मेरी जिम्मेदारी है कि मैं गांव को एक बेहतर आदर्श गांव के रूप में विकसित करूंगी।
सभी 12 पदों पर महिलाएं चुनी गई: गौरतलब है कि सुनगयाई पंचायत में सरपंच और सभी 12 पदों पर महिलाएं ही चुनी गई हैं। सीएम शिवराज सिंह ने घोषणा की थी कि जिस पंचायत में सभी सदस्यों पर महिलाएं निर्विरोध चुनी जाएंगी उस पंचायत को 15 लाख रुपए दिए जाएंगे। मलखान सिंह ने भी सरपंच पद के लिए एकमात्र पुरुष के रूप में नामांकन फार्म दाखिल किया था, लेकिन मलखान सिंह और उसकी पत्नी ललिता दोनों के ही नामांकन स्वीकार कर लिए गए। जिसके बाद मलखान सिंह ने बुधवार को अपना नामांकन वापस ले लिया था।
सुनगयाई पंचायत करीब 20 साल पहले अनारक्षित थी। उस वक्त भी तत्कालीन सरपंच को निर्विरोध ही चुना गया था। 20 वर्ष बाद ये पंचायत सीट सामान्य महिला के लिए आरक्षित की गई, जिसके बाद ग्रामीणों ने अपना सरपंच निर्विरोध चुनने का फैसला किया। डकैत मलखान सिंह ने बताया कि सुनगयाई ग्राम पंचायत 1200 ग्रामीणों की पंचायत है। इसलिए अब यहां विकास करने में न ही देर की जाएगी और न ही कोई काम अधूरा छोड़ा जाएगा। हम निर्विरोध पंचायत में सारे काम करेंगे। मलखान सिंह ने कहा कि हम इस पंचायत में भ्रष्टाचार किसी भी कीमत पर नहीं होंगे देंगे।
चंबल के बीहड़ों में था दबदबा: डकैत मलखान सिंह खूंखार डाकुओं में शुमार रहा है। 80 के दशक में मलखान सिंह पर हत्या, हत्या के प्रयास, अपहरण और लूट के सैंकड़ों मामले दर्ज थे। उसके बाद 1982 में मलखान सिंह और उसके गैंग ने आत्मसमर्पण कर दिया था। जिसके बाद मलखान सिंह 6 साल तक जेल में रहा और 1989 में सभी मामलों में बरी करके उसे रिहा कर दिया गया। जेल से छूटने के बाद मलखान सिंह राजनीति में सक्रिय हो गया।
