UP Crime: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आए दिन कुछ ज्वलंत मुद्दे ट्रेंड में रहते हैं और एक्स पर इस वक्त ‘#मस्जिदमेंबेटीकीअधनंगीमौत’ हैशटैग ट्रेंड कर रहा है, जिसके अंतर्गत लोग एक महिला की संदेहास्पद मौत पर सवाल उठाए रहे हैं। इस हैशटैग के तहत अब तक करीब 30 हजार से ज्यादा पोस्ट हो चुके हैं। बता दें कि यह आगरा के ताजमहल के पास का एक हफ्ते पुराना मामला है, जिसमें पुलिस की उदासीनता के चलते लोग आगरा पुलिस के खिलाफ नाराजगी जाहिर कर रहे हैं।
दरअसल, यह मामाल करीब 8 दिन पुराना है। आगरा के ताजमहल के हाई सिक्योरिटी जोन नगला पैमा की एक मस्जिद में रविवार को एक 36 साल की महिला की पत्थर मारकर हत्या कर दी थी। महिला का शव नग्न अवस्था में था। जानकारी के मुताबिक मस्जिद के कमररे में हत्या के बाद ताला लगा दिया गया था। बता दें कि महिला अपने पति से अलग होकर कई साल से मायके में ताजगंज इलाके में ही रह रही थी।
मस्जिद में सफाई करती थी महिला
जानकारी के मुताबिक महिला मस्जिद में सफाई का काम करती थी। इस मामले मे मस्जिद के इमाम का कहना था कि वह आम तौर पर मुख्य दरवाजे पर बाहर से कुंडी लगाकर जाते हैं। इंदर कमरे का ताला लगाने के बाद चाबी खिड़की पर रखकर जाते हैं। उनका कहना है का घटना के बाद चाभी वहीं उसी जगह पर रखी हुई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स बताती हैं कि पुलिस ने इस मामले में कई करीबियों पर शक किया, कई से पूछताछ भी की लेकिन घटना के 8 दिन बीतने के बावजूद अभी तक आगरा की ताजगंज पुलिस इस केस में कोई ठोक कार्रवाई नहीं कर पाई है। इस मामले में दुष्कर्म का शक जताया गया था लेकिन अभी तक इसकी भी पुष्टि नहीं हुई है।
आगरा पुलिस की उदासीनता पर सवाल
गौरतलब है कि मस्जिद में सीसीटीवी न होने के चलते ताजमहल के आस पास लगे सीसीटीवी कैमरों के से कुछ फुटेज रिकॉर्ड लिए गए थे। इसके चलते एक युवक से पूछताछ की गई थी लेकिन उससे भी कोई सुराग नहीं मिला।
वहीं पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि महिला का एक महीने पहले साफ सफाई को लेकर एक अन्य महिला से विवाद हो गया था। परिजनों ने उस महिला पर शक जाहिर किया था लेकिन वहां से भी पुलिस को खाली हाथ ही लौटना पड़ा।
आगरा में कमिश्नरेट लागू है। इसके बावजूद 8 दिन होने पर भी पुलिस इस केस की गुत्थी को सॉल्व नहीं कर पाई है, जिसके चलते पुलिस की उदासीनता को लेकर सोशल मीडिया पर लोग आगरा पुलिस की आलोचना कर रहे हैं।
